Rajasthan Upchunav Result: न बाबोसा कर पाए, न ही महारानी... उपचुनाव में फर्स्ट टाइमर भजनलाल ने कैसे किया करिश्मा?
Rajasthan Upchunav Result 2024: राजस्थान में भाजपा ने 7 में से 5 सीटों पर उपचुनाव जीत लिए हैं. इस विक्ट्री ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की स्थिति को मजबूत कर दिया है. उन्होंने उपचुनाव में भैरोंसिंह और वसुंधरा राजे से बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया है.
नई दिल्ली: Rajasthan Upchunav Result 2024: राजस्थान में 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने 5 पर जीत दर्ज की है. इससे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का कद बढ़ गया है. यह उनकी सरकार के कामकाज का पहला लिटमस टेस्ट था. भाजपा का स्ट्राइक रेट 70% से ऊपर रहा. भजनलाल शर्मा ने सिर्फ पहली परीक्षा अच्छे अंकों से पास की, बल्कि ऐसा काम कर दिखाया है जो भैरोंसिंह और वसुंधरा राजे जैसे दिग्गज नेता भी नहीं कर पाए थे.
भैरोंसिंह नहीं जीत पाए उपचुनाव
साल 1995 में राजस्थान की 17 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए. तब सूबे में भाजपा की सरकार थी, भैरोंसिंह शेखावत मुख्यमंत्री थे. उपचुनाव में भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई. 15 सीटें कांग्रेस ने जीतीं, 1 सीट PSP और 1 सीट अन्य ने जीती.
वसुंधरा राज में भी ट्रेंड नहीं बदला
नवंबर 2013 में भाजपा ने राजस्थान के विधानसभा चुनाव में 200 में से 163 सीटें जीती. वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री बनीं. ठीक 5 महीने बाद 4 सीटों पर चुनाव हुए. 3 पर भाजपा ने जीत दर्ज की. जबकि भाजपा मात्र 1 सीट ही जीत पाई.
96 उपचुनाव हुए, अब तक इतने ही जीती भाजपा
राजस्थान में 1955 से लेकर अब तक कुल 96 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं. इनमें से 56 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की. जबकि भाजपा 22 बार ही जीत दर्ज कर पाई. कांग्रेस का स्ट्राइक रेट उपचुनाव में अच्छा रहा. लेकिन इस बार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बाजी पलट दी.
भजनलाल ने ढहा दिए ये दो बड़े किले
झुंझुनूं: झुंझुनूं विधानसभा सीट पर बीते 21 साल से लगातार कांग्रेस बृजेंद्र ओला विधायक रहे. इससे पहले उनके पिता और दिग्गज नेता शीशराम ओला यहां से विधायक और सांसद रहे. लेकिन इस बार भाजपा ने ओला परिवार के अभेद्य किले में सेंध लगा दी. बृजेंद्र ओला के पुत्र अमित ओला बड़े मार्जिन से चुनाव हार गए. यहां पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दो रैलियां की थी. बागी बबलू चौधरी को भी मनाया. इससे भाजपा के राजेंद्र भांबू की जीत आसान हो गई.
खींवसर: खींवसर विधानसभा सीट साल 2008 में अस्तित्व में आई. तब से यहां हनुमान बेनीवाल का सिक्का चलता है. वे खुद यहां से कभी चुनाव नहीं हारे. 2019 में हुए उपचुनाव में भाई नारायण बेनीवाल को जिताया. लेकिन इस बार हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल चुनाव हार गईं. भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा चुनाव जीत गए. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यहां पर मिर्धा परिवार से लेकर सरकार में दिग्गज मंत्रियों को डांगा के पक्ष में उतार दिया.
ये भी पढ़ें- Maharashtra CM: कौन बनेगा महाराष्ट्र का सीएम? देवेंद्र और शिंदे के अलावा ये नाम कर सकते हैं सरप्राइज!
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.