राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तेज हुई हलचल, आज सत्तापक्ष और विपक्ष की बैठकों का दौर
देश के पंद्रहवें राष्ट्रपति के चुनाव का दिन जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे देश का प्रथम नागरिक चुने जाने की प्रक्रिया दिलचस्प होती चली जा रही है. एक ओर विपक्ष है. जिसने अब तक जो भी उम्मीदवार चुना, उसने राष्ट्रपति की दौड़ में शामिल होने से ही इनकार कर दिया. तो वहीं दूसरी तरफ NDA है. जहां लगातार हो रही बैठकों के बाद भी अब तक एक भी नाम सामने नहीं आया है.
नई दिल्ली: भारत का राष्ट्रपति यानी देश का प्रथम नागरिक.. पद जितना गौरवशाली है, उसका चुनाव उतना ही पेंचीदा होता है. देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल अगले महीने खत्म हो रहा है और इस कार्यकाल के खत्म होने से पहले ही देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है. चुनाव की तारीखों का ऐलान पहले ही किया जा चुका है. ऐसे में NDA और UPA अपने उम्मीदवारों के नाम को लेकर तैयारी शुरू कर चुके हैं.
इन तीन नेताओं ने विपक्ष के ऑफर को ठुकराया
सबसे पहले विपक्ष की बात बताते हैं, जहां अब तक तीन नेताओं को देश का प्रथम नागरिक बनने का ऑफर दिया गया. लेकिन तीनों ने ही राष्ट्रपति पद के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाई. हाल ही में महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी को ये ऑफर दिया गया था, लेकिन उन्होंने इस पद की दौड़ में शामिल होने से इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा कि 'मैं विपक्ष का अत्यंत आभारी हूं, लेकिन इस मामले पर गहराई से विचार करने के बाद मैं देखता हूं कि विपक्ष का उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो राष्ट्रीय सहमति और विपक्षी एकता के अलावा राष्ट्रीय माहौल तैयार करे. मुझे लगता है कि और भी होंगे जो मुझसे कहीं बेहतर करेंगे और इसलिए मैंने नेताओं से अनुरोध किया है कि ऐसे किसी व्यक्ति को अवसर दें. भारत को ऐसा राष्ट्रपति मिले जिसकी अध्यक्षता राजाजी सी राजागोपालाचारी ने अंतिम गवर्नर जनरल के रूप में की और जिसका उद्घाटन डॉ राजेंद्र प्रसाद ने हमारे पहले राष्ट्रपति के रूप में किया.'
बैठक में ओवैसी को भी शामिल होने का दिया न्योता
गोपालकृष्ण गांधी के इनकार नामे के बाद विपक्ष अपने अगले उम्मीदवार की खोज फिर से शुरू करने जा रहा है. आज इसके लिए शरद पवार की अध्यक्षता में विपक्ष के 17 दलों की अहम बैठक होने वाली है. बैठक में शरद पवार ने AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भी न्योता दिया है.
महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी पहला नाम नहीं हैं. जिन्होंने विपक्ष के ऑफर को मना किया है. इससे पहले NCP सुप्रीमो और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम शरद पवार और नेशनल कान्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला विपक्ष के प्रस्ताव को इनकार को ना कह चुके हैं.
सत्तापक्ष की तरफ से भी किसी के नाम पर मुहर नहीं
अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सिर्फ विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्ताधारी NDA भी जी तोड़ कोशिशें कर रहा है. आज राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम को लेकर बीजेपी संसदीय दल की अहम बैठक होने जा रही है. बैठक में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंख शेखावत, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होने वाले हैं. उम्मीद की जा रही है कि बैठक में पीएम मोदी भी शामिल होंगे.
NDA अभी तक अपने अगले उम्मीदवार के नाम पर मंथन ही कर रहा है, जबकि UPA यानी विपक्ष के प्रस्ताव को एक के बाद एक तीन नेता नकार चुके हैं. राष्ट्रपति चुनाव के नामांकन की आखिरी तारीख को अब 8 दिन और रह गए हैं. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि इस हफ्ते ही अगले राष्ट्रपति के उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया जाएगा.
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