विनेश फोगाट के खिलाफ चुनावी अखाड़े में कौन-कौन; AAP, JJP और BJP की क्या रणनीति?
Julana Vidhan Sabha Chunav 2024: जुलाना विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने विनेश फोगाट को उतारकर बड़ा मास्टरस्ट्रोक खेला है. AAP, BJP और JJP कांग्रेस के इस दांव को फेल करने के लिए अपनी-अपनी रणनीति बना चुकी हैं. चुनावी मैदान में उम्मीदवार भी उतर आए हैं.
नई दिल्ली: Julana Vidhan Sabha Chunav 2024: कांग्रेस ने विनेश फोगाट को हरियाणा की जुलाना विधानसभा सीट से टिकट दिया है. ये सीट कांग्रेस बीते 15 साल से हारती आई है, लेकिन इस बार विनेश से पार्टी को उम्मीदे हैं. कहा जा रहा है कि विनेश फोगाट के पास किसी सेफ सीट से लड़ने का ऑप्शन भी था, लेकिन उन्होंने सियासी ताकत दिखाने के लिए जुलाना का सियासी अखाड़ा ही चुना. यहां पर उनकी AAP, JJP और BJP के उम्मीदवारों से टक्कर होगी.
विनेश के खिलाफ किस पार्टी से कौन उम्मीदवार?
कैप्टन योगेश बैरागी (BJP): भाजपा ने पायलट रहे कैप्टन योगेश बैरागी को चुनावी मैदान में उतारा है. योगेश ने लग्जरी नौकरी छोड़ राजनीति में एंट्री ली थी. योगेश बैरागी हरियाणा भाजपा में भाजयुमो के उपाध्यक्ष हैं. भाजपा खेल प्रकोष्ठ (हरियाणा) के सह-संयोजक भी हैं. कोरोना काल में योगेश ने वंदे भारत मिशन में सक्रिय भूमिका निभाई.
कविता दलाल (AAP): आम आदमी पार्टी ने WWE रेसलर और पहली भारतीय महिला प्रोफेशनल पहलवान कविता दलाल को टिकट दिया है. 37 वर्षीय कविता को भारत की 'लेडी खली' कहा जाता है. कविता दलाल ने साल 2022 में AAP जॉइन की थी.
अमरजीत ढांडा (JJP): जननायक जनता पार्टी ने यहां से अमरजीत ढांडा को टिकट दिया है. वे 2019 में भी जजपा की टिकट से चुनाव जीते और विधायक बने. ढांडा दुष्यंत चौटाला के करीबियों में से एक हैं.
AAP ने पहलवान Vs पहलवान किया मुकाबला
आम आदमी पार्टी ने जुलाना से कविता दलाल को इसलिए टिकट दिया ताकि खेल की भावना रखने वाले वोटर AAP के पक्ष में भी आ सकें. दूसरा कारण ये है कि महिला के सामने महिला प्रत्याशी को उतारकर पार्टी महिला वोटर्स को भी बांटना चाहती है, जिसका कुछ हिस्सा AAP को मिल सकता है.
BJP ने पहलवान Vs पायलट किया मुकाबला
भाजपा ने जुलाना से कैप्टन योगेश बैरागी को टिकट दिया, जिनकी छवि साफ-सुथरी है. उनसे जुड़ा कोई विवाद नहीं है, विनेश के सामने साफ-सुथरे चेहरे को उतारना पार्टी की रणनीति है. जिस तरह विनेश ने पहलवानी में देश को गौरवान्वित किया, ठीक उसी तरह योगेश बैरागी ने कैप्टन रहते हुए वंदे भारत मिशन में अपनी भूमिका निभाई. BJP ने भी कांग्रेस की तरह वोटर के सेंटिमेंट पर फोकस किया है. बैरागी पिछड़े समाज से हैं. इस सीट पर 33608 पिछड़े वर्ग के वोट हैं.
JJP को जाट वोट बैंक पर भरोसा
JJP ने यहां से एक बार फिर अमरजीत ढांडा को टिकट दिया है. ढांडा 2019 में भी यहां से जीते थे. उन्होंने भाजपा के परमिंदर सिंह ढुल को 24 हजार से अधिक वोटों से चुनाव हराया था. जुलाना विधानसभा सीट पर जाट वोटर्स की तादाद अधिक है, जजपा को इनसे उम्मीद है.
जुलाना में जातीय समीकरण
जुलाना विधानसभा सीट पर 2019 में कुल वोटर 1 लाख 73 हजार 645 थे. इनमें से 81 हजार वोट जाटों के थे. इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए जाटों के समर्थन की दरकार होती है. यहां पर पिछड़े वर्ग के वोटर 33608 थे. अनुसूचित जाति के 29661 वोटर्स थे.
ये भी पढ़ें- इंजीनियर राशिद आउट ऑफ जेल... तिहाड़ से निकला 'जायंट किलर' कैसे बदलेगा कश्मीर की सियासत?
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.