Shyam Rangeela Childhood Magazine Profile: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल करने के अपने वीडियो के लिए जाने जाने वाले कॉमेडियन श्याम रंगीला ने कहा है कि वह वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री के खिलाफ लोकसभा चुनाव 2024 लड़ेंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उत्तर प्रदेश के वाराणसी संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव (2024) सातवें मतदान चरण में 1 जून को होगा. परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे. रंगीला ने बुधवार, 1 मई को सोशल मीडिया पर लोकसभा 2024 के लिए वाराणसी से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की.


2014 और 2019 में दो बार इस सीट से जीतने वाले मोदी के 13 मई को वाराणसी से अपना नामांकन दाखिल करने की उम्मीद है.


कौन हैं श्याम रंगीला?
राजस्थान के हनुमानगढ़ में जन्मे और पले-बढ़े रंगीला ने एनीमेशन की पढ़ाई की. रंगीला अपने मिमिक्री कौशल के लिए जाने जाते हैं, खासकर राजनीतिक हस्तियों की. उन्हें टीवी पर 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' में कॉमेडियन के तौर पर देखा गया था.


29 वर्षीय रंगीला को पहली बार 2017 में प्रसिद्धि मिली जब पीएम मोदी की उनकी मिमिक्री सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हो गई. तब से रंगीला पीएम के भाषणों और इंटरव्यू की नकल करते हुए वीडियो बना रहे हैं. वहीं, उनकी उम्मीदवारी की घोषणा करने वाले वीडियो में भी कुछ ऐसे हिस्से थे जहां रंगीला पीएम मोदी की आवाज की नकल करते हुए सुनाई दे रहे हैं.



रंगीला ने मोदी के अलावा राहुल गांधी जैसी अन्य राजनीतिक हस्तियों के भी मिमिक्री वीडियो बनाए हैं. हालांकि, पिछले कुछ समय से, रंगीला पीएम मोदी और उनकी नीतियों के आलोचक रहे हैं.


मोदी 'भक्त' रहे हैं रंगीला
1 मई को जारी अपनी वीडियो में, रंगीला ने सूरत निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा की निर्विरोध जीत और चंडीगढ़ मेयर चुनाव में विवाद को लेकर अपनी बात कही. उन्होंने X पर पोस्ट किए गए अपने वीडियो में कहा, 'मुझे लगता है कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि वोट देने के लिए कोई अन्य उम्मीदवार नहीं है. यहां तक कि अगर कोई व्यक्ति किसी उम्मीदवार के खिलाफ वोट देना चाहता है, तो भी उसे यह अधिकार है. किसी और का भी नाम EVM पर होना ही चाहिए.'


रंगीला ने पहली बार राजनीति में कदम तब रखा जब वह 2002 में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हुए. हालांकि, बाद में उन्होंने स्वतंत्र रूप से काम करने का फैसला किया और कहा कि 'वह अपने मालिक खुद हैं.'


द इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, 'मैं 2016-17 तक भी एक भक्त (प्रशंसक) था, लेकिन फिर मुझ पर प्रतिबंध लगा दिए गए.'


मोदी के सामने अन्य उम्मीदवार
मोदी के मैदान में होने से वाराणसी सीट पर मुकालबा पहला जैसा, यानी मोदी की जीत का प्रतिशत बढ़ जाता है, लेकिन उन्हें टक्कर देने को कांग्रेस ने अपनी उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख अजय राय को वाराणसी से मैदान में उतारा है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राय तीसरे स्थान पर रहे.


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से दूसरे स्थान पर रहे थे. अन्य उम्मीदवारों में ट्रांसजेंडर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी भी उत्तर प्रदेश की हाई-प्रोफाइल सीट से उम्मीदवार हैं.


एक साक्षात्कार में, रंगीला ने अपने हास्य कार्य पर लगाए गए प्रतिबंधों को एक महत्वपूर्ण मोड़ बताते हुए, पीएम मोदी के समर्थक से लेकर एक आलोचक तक की अपनी यात्रा के बारे में बताया था.


बचपन का ये किस्सा है खास
दरअसल, श्याम रंगीला ने 23 मई 2022 को अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाली थी, जिसमें वह अपने बचपन का ऐसा किस्सा बताते हैं, जिसे सुन आप भी स्माइल कर देंगे. उन्होंने पोस्ट में अपनी एक प्रोफाइल शेयर कर रखी है, जिसमें उनका नाम, पता और रुचि के बारे में बताया गया है.



 


रुचि में उन्होंने दो बातों का जिक्र किया है. पहला ये कि वो मिमिक्री करना पसंद करते हैं और दूसरा कि उन्हें पढ़ना भी अच्छा लगता है, लेकिन वो एक किस्से को याद करते हुए बताते हैं कि आज भी पूरा गांव उनसे पूछता है कि उसने रुचि में 'पढ़ना' क्यों लिखा था? वे कहते हैं कि मिमिक्री में रुचि को वे गांव वालों को शो कर चुके हैं, लेकिन पढ़ाई वाले सवाल पर वे कुछ नहीं बोले.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.