पंजाबी सिंगर बलविंदर सफरी ने कहा अलविदा, हार गए जिंदगी की जंग
सिंगर को हार्ट रिलेटेड बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. उन्हें ट्रिपल बाईपास के लिए भेजा जाना था. सर्जरी पूरी तो हो गई लेकिन बाद में कुछ कॉम्प्लीकेशंस पैदा हो गई. जिसके बाद वो कोमा में चले गए.
नई दिल्ली: एंटरटेनमेंट जगत पर फिर एक बार दुखों का पहाड़ गिर गया है. पहले सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) और अब बलविंदर सफरी (Balwinder Safri). सिंगर महज 63 साल के थे और काफी समय से बीमार थे. बीमारी के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था 86 दिनों तक जिंदगी के लिए जूझने के बाद उन्होंने दुनिया से विदा ले ली.
दिल की बीमारी
सिंगर को हार्ट रिलेटेड बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. उन्हें ट्रिपल बाईपास के लिए भेजा जाना था. सर्जरी पूरी तो हो गई लेकिन बाद में कुछ कॉम्प्लीकेशंस पैदा हो गई. जिसके बाद वो कोमा में चले गए. उनके सीटी स्कैन में ब्रेन डैमेज सामने आई.
पंजाबी सेलेब्स हुए इमोशनल
सोशल मीडिया पर नीरू बाजवा, गुरदास मान और जस्सी गिल ने पोस्ट डाल दुख जाहिर किया.
जस्सी गिल एक स्टोरी में उन्हें टैग करके कहते हैं कि आप हमें हमेशा याद रहेंगे. गुरदास मान उन्हें सफरी साहब कहा करते थे. प्यार से एक बार फिर 'सफरी साब' लिखते हुए गुरदास मान इमोशनल हो गए.
गानों की दे गए सौगात
बलविंदर सफरी को भांगड़ा स्टार भी कहा जाता था. उन्हें गाने बोलियां, बोली बोली, इक दिल करे आज भी लोगों की जुबां पर रहते हैं. खेतों पर गए किसान ट्रैक्टर पर आज भी जोरों से उनके गाने बजाते दिख ही जाते हैं. बस उन्ही के गानों के लफ्जों में 'दिल कड के ले गए नी मेरा, मैं की आखां! मैं की आखां! (दिल मेरा निकाल कर ले गए हैं मैं क्या कहूं).
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