``मां को किसी दूसरे के साथ देखना अच्छा नहीं लगता``- कहा जूही चावला के बेटे ने
मुम्बइया फिल्मों के अभिनता-अभिनेत्री भी तो उनकी फिल्में देखने वाले आम लोगों की तरह ही मनुष्य होते हैं, ऐसा कभी-कभी कुछ बातों से साफ नजर आ जाता है..
नई दिल्ली. प्रायः परिवार सहित लिविंग रूम में टीवी देखते समय परिवार के बड़े बूढ़े कहते हैं - ''इस अभिनेत्री (या अभिनेता) को ऐसा सीन देते समय शर्म नहीं आई होगी?'' या वे कहते हैं कि -''इनके परिवारजन इन्हें परदे पर ऐसा सीन करते देखते होंगे तो क्या उन्हें शर्म नहीं आती होगी?'' और इसके बाद अक्सर ये भी कहा जाता है कि -''पैसे के लिए लोग क्या क्या नहीं करते !'' दरअसल फिल्मों में विभिन्न किरदार निभाना और सीमाओं को पार करते हुए शॉट देना इन अदाकारों के परिवारजनों के लिए भी प्रायः ऐसी प्रतिक्रिया को जन्म देने वाला होता है.
''मम्मी की फ़िल्में नहीं देखता मैं''
सच तो ये है कि ऐसा कहने वाला ये पहला बेटा नहीं होगा. ऐसी आवाज़ें लिविंग रूम से निकल कर मीडिया तक नहीं पहुंच पाती वरना ऐसी न जाने कितनी सच्ची कहानियां आज आप यहां पढ़ रहे होते जिनमें बताया जाता कि अभिनेत्रियों या अभिनेताओं के परिजन उनकी कई पर्दा'नशीं' बातों को पसंद नहीं करते और उनकी भी सहज प्रतिक्रिया वही होती है जो एक आम दर्शक की होती है. हिंदी सिनेमा की लोकप्रिय अभिनेत्री जूही चावला के बेटे का कहना है कि वह अपनी मम्मी की फिल्में नहीं देखता.
''नहीं देख पाता हूँ किसी और के साथ''
ये कोरी भावुकता नहीं है या कोई अजब सी बात भी नहीं है. हर फ़िल्मी बेटा अपनी मां से उतना ही प्यार करता है जितना कोई आम बेटा. बेटे के लिए मां अंतिम पड़ाव होती है और उसका सबसे बड़ा आदर्श भी उसकी मां ही होती है. ऐसे में यदि जूही चावला का बेटा कहता है कि -''मम्मी को मुझे किसी और के साथ देखना अच्छा नहीं लगता'' - तो ये बात बिना हैरान हुए समझी जा सकती है.
मां ने बताया ये राज़
अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लेने वाली जूही चावला अपने निजी जीवन में एक बहुत अच्छी मां भी हैं और बहुत अच्छी पत्नी भी. उनके लिए सदा उनका परिवार ही उनकी प्राथमिकता होता है, करियर या फ़िल्में नहीं. अपने परिवार के बारे में बताते हुए हाल ही में जूही ने एक इंटरव्यू के दौरान ये बातें बताईं, जो एक आम दर्शक के लिए किसी अचरज से कम नहीं है. जूही ने ये भी बताया कि उनके बच्चे लाइमलाइट से दूर रहते हैं और तो और वे जूही की फ़िल्में भी नहीं देखते हैं.
ये भी पढ़ें. अनुराग बसु की नई फिल्म लूडो भी है हिन्दू धर्म-संस्कृति की विरोधी
देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप, जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा... नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें-
Android Link - https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zeenews.hindustan&hl=en_IN
iOS (Apple) Link - https://apps.apple.com/mm/app/zee-hindustan/id1527717234