नई दिल्ली. सुशांत मर्डर मामले में कुछ बिंदु अभी भी ऐसे हैं जिन पर त्वरित कार्रवाई की जाए तो मामले की तह तक जाना आसान हो सकता है. यद्यपि सीबीआई के पास अपना स्केजुअल है और वे उसके अनुसार पूछताछ और पड़ताल में लगे हैं किन्तु यदि मीडिया इस दिशा में पहलकदमी करे तो शायद सीबीआई का ध्यान इस तरफ जाये और इस मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठाने में और मदद मिल सके.


छह लोगों को रखा जाये जांच के केन्द्र में


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रिया के अतिरिक्त सिद्धार्थ, नीरज, दीपेश, केशव, सैमुअल मिरांडा और संदीप सिंह ही वो लोग हैं जिनकी भूमिकायें इस मामले में सबसे ज्यादा रहस्यमय दिखाई दे रही हैं. न केवल मुंबई में इन छह लोगों के ठिकानों की तलाशी हो बल्कि ये भी पता किया जाए कि घर के अलावा वे लोग पिछले कुछ समय से कहां रुक रहे हैं


इनका नया 'ठिकाना' पता किया जाए


इसे आप इनका नया मीटिंग पॉइन्ट भी कह सकते हैं जो इनका नया ज्वाइन्ट स्टे पॉइन्ट अर्थात नया 'ज्वाइन्ट ठिकाना' भी कह सकते हैं. यह पता करना इसलिए जरूरी है कि सीबीआई इंक्वायरी से निपटने की तैयारी इनसे करवाई गई होगी और इसके लिए ये सभी छह लोग पिछले कुछ समय से कहीं एक स्थान पर मिल रहे हों सकते हैं और यह भी संभव है कि ये लोग वहां रुक भी रहे हों. इस विशेष स्थान पर सीबीआई के सवालों से निपटने के लिए पक्की स्क्रिप्ट वाला इनका होमवर्क पक्का किया जा रहा हो सकता है. 


पास हो सकते हैं नये मोबाइल व नये सिम


इन लोगों को कोऑर्डिनेशन के लिए नए मोबाइल फोन्स और सिम भी दिए गए हो सकते हैं जिनके माध्यम से ये लोग आपस में भी एक दूसरे के सम्पर्क में रहते हों. इनके ठिकानों की तलाशी में ये फ़ोन और सिम बरामद हो सकते हैं जो इनके ऊपर संदेह को पुख्ता कर सकते हैं.


हालिया कॉल रिकार्ड्स चेक किये जायें


सीबीआई इन्क्वायरी से पहले इन छह लोगों के हफ्ते भर पहले के कॉल रिकार्ड्स निकाल कर देखे जायें. इन कॉल रिकार्ड्स मे गौर किया जाये कि कौन सा ज्ञात-अज्ञात नंबर ऐसा है जो कि पिछले कुछ समय से इन छह लोगों के लगातार संपर्क में है, ये लोग आपस में एक दूसरे के कितने संपर्क में हैं और इनके फोन कॉल्स का टाइम दिन का है या रात का या फिर आधी रात का ? 


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