नई दिल्ली: निर्भया केस में न्याय के लिए देश का इंतजार और लंबा हो गया है. एक मां के लिए इंसाफ पाने की जंग और लंबी हो गई. 3 मार्च को फिर निर्भया के दोषियों को फांसी नहीं होगी. आज दिन भर संस्पेंस के बाद शाम को निर्भया के कातिलों की फांसी पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी गई.


फिर टल गई निर्भया के गुनहगारों की फांसी



एक बार फिर इंसाफ की आस में बेचैन हुई मां


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एकबार फिर मां की आंखें नम हैं. एक बार फिर देश बेचैन है, एकबार फिर देश के कानून को लेकर सवाल उठ रहे हैं. पूरा देश फिर पूछ रहा है कि आखिर निर्भया के कातिलों को फांसी कब होगी. आज पूरे दिन इस बात पर सस्पेंस रहा. शाम हो गई तो लगा कि मंगलवार की सुबह देश का इंतजार खत्म होगा. निर्भया को इंसाफ मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ.



कोर्ट ने डेथ वारंट को कैंसिल करने का फैसला किया


आज सुबह सुप्रीम कोर्ट में पवन गुप्ता की क्यूरेटिव पीटीशन खारिज हो गई. उसके बाद फौरन उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेज दी गई. इधर आज पटियाला हाउस कोर्ट में डेथ वारंट को खारिज करने के लिए याचिका दी गई थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था. लेकिन दया याचिका पर फैसला न आने की वजह से कोर्ट ने डेथ वारंट को कैंसिल करने का फैसला दिया.


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गृह मंत्रालय के पास दया याचिका पहुंच चुकी है. राष्ट्रपति को उसपर फैसला लेकर साइन करना है. ये तीसरी बार है जब निर्भया के दोषियों की फांसी रोकी गई है.


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