मधुमिता शुक्ला हत्याकांड समेत ये हैं देश के 5 सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल
यूपी सरकार के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई के चलते मधुमिता शुक्ला हत्याकांड सालों बाद एक बार फिर सुर्खियों में है. इस सेक्स स्कैंडल ने यूपी की राजनीत को हिला कर रख दिया था. देश में ऐसे कई बड़े स्कैंडल हुए हैं, सालों बाद भी जिनके बदनुमा दाग मिट नहीं पाए हैं. ऐसे में आइए जानते हैं मधुमिता शुक्ला हत्याकांड समेत देश के 5 सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल के बारे में.
नई दिल्लीः यूपी सरकार के पूर्व मंत्री अमरमणि के रिहाई के चलते मधुमिता शुक्ला हत्याकांड सालों बाद एक बार फिर सुर्खियों में है. इस सेक्स स्कैंडल ने यूपी की राजनीत को हिला कर रख दिया था. देश में ऐसे कई बड़े स्कैंडल हुए हैं, सालों बाद भी जिनके बदनुमा दाग मिट नहीं पाए हैं. ऐसे में आइए जानते हैं मधुमिता शुक्ला हत्याकांड समेत देश के 5 सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल के बारे में.
मधुमिता शुक्ला हत्याकांड
मधुमिता शुक्ला का केस UP के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी से जुड़ा है. कहा जाता है दोनों का अफेयर था और जब मधुमिता की हत्या हुई वह गर्भवती थीं. मधुमिता कवयित्री थीं. उन्हें गर्भपात के लिए कई धमकियां दी गई थीं, लेकिन उन्होंने गर्भपात कराने से मना कर दिया था.
एनडी तिवारी मामला
UP और UK के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके एनडी तिवारी को साल 2009 में आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया. उस वक्त उनकी उम्र 85 साल थी. साल 2008 में रोहित शेखर नाम के एक शख्स ने तिवारी को अपना पिता बताया. इसके बाद तिवारी का DNA टेस्ट हुआ और साल 2012 में कोर्ट ने तिवारी को शेखर का पिता घोषित किया.
एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा केस
एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा कथित तौर पर हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा के हवस का शिकार बनी थी. तब गीतिका, कांडा के MLDR एयरलाइंस से जुड़ी हुई थी. यौन शोषण का शिकार होने के बाद 2012 में उसने आत्महत्या कर ली थी. गीतिका शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में गोपाल कांडा पर आरोप लगाए थे. इसके बाद कांडा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. बाद में गोपाल कांडा इस केस में बरी हो गए थे.
जलगांव सेक्स रैकेट का भंडाफोड़
साल 1994 में जलगांव शहर में लंबे समय से चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. इसमें कुछ प्रभावशाली राजनेताओं, व्यवसायियों और अधिकारियों का नाम सामने आया. दरअसल, यह गैंग स्कूल और कॉलेज जाने वाली लड़कियों को अपने झांसे में फंसाते थे, फिर उनका रेप करते थे. इस पूरी घटना वीडियो बनाया जाता था. बाद में इस वीडियो के सहारे लड़कियों को ब्लैकमेल किया जाता था. इस कांड में दो कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया था. हालांकि, बाद में सबूतों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया गया था.
बॉबी मर्डर केस
साल 1980 का बॉबी मर्डर केस बिहार कांग्रेस के कई युवा नेताओं के लिए काल बन कर आया था. इस केस में बिहार के पूर्व स्पीकर के बेटे का नाम भी शामिल था. बॉबी सचिवालय में टेलीफोन ऑपरेटर का काम करती थी. बॉबी रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत पाई गई थी. तब पटना के SP किशोर कुणाल ने दोषियों को पकड़ने के लिए बॉबी के दफन शरीर को खुदवाकर निकलवाया. जैसे ही केस में कांग्रेस के शीर्ष नेता के बेटे को नामजद किया जाने वाला था तब बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा ने एसपी कुणाल का ट्रांसफर करा दिया. इसके बाद केस ठंडा पड़ गया.
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