नई दिल्ली: Chinese Bacteria: दुनिया अभी कोरोना से उबरी भी नहीं है, लेकिन चीन के एक बैक्टीरिया ने फिर से सबको चिंता में डाल दिया है. पहले रिपोर्ट्स में कहा गया कि भारत में चाइनीज बैक्टीरिया माइक्रोप्लाजमा न्यूमोनिया के 7 केस सामने आए हैं. लेकिन सरकार ने इन रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए कहा कि ये नॉर्मल निमोनिया के केस हैं.  


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सरकार ने क्या कहा?
केंद्र सरकार ने गुरुवार को बयान जारी करते हुए कहा कि AIIMS दिल्ली से मिले सभी मामले साधारण निमोनिया के हैं. इनका चीन में फैल रहे निमोनिया से कोई संबंध नहीं है. जो रिपोर्ट्स ये कह रही हैं कि AIIMS में चीन के निमोनिया के केस मिले हैं, वी झूठी हैं. 


'गंभीर मामले भी आ सकते हैं'
एम्स दिल्ली में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की पूर्व प्रमुख डॉ रामा चौधरी ने बताया कि माइकोप्लाज्मा निमोनिया को 15 से 20% कम्युनिटी एक्वायर्ड निमोनिया का कारण माना जाता है. एक अन्य डॉक्टर के मुताबिक, इस बैक्टीरिया के कारण होने वाला निमोनिया हल्का होता है. यही कारण है कि इसे 'वॉकिंग निमोनिया' कहा जाता है. लेकिन इस निमोनिया के गंभीर मामले सामने आ सकते हैं.


स्कूली बच्चे ज्यादा प्रभावित
इस जानलेवा संक्रमण के चपेट में सबसे अधिक छोटे और स्कूली बच्चे आ रहे हैं. हालांकि, इससे यह बीमारी किसी को भी हो सकती है. भीड़ वाली जगहों पर इस बीमारी के होने का खतरा अधिक होता है. संक्रमण वाले स्थानों पर जाने से भी यह बीमारी हो सकती है. 


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