नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के आर्यभट्ट कॉलेज के बाहर एक छात्र की चाकू मारकर हत्या किये जाने के एक दिन बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी में अपराध बढ़े हैं. पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर अपराधियों का मनोबल बढ़ाने का आरोप भी लगाया.


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AAP का दावा- दिल्ली में बढ़ रहा है अपराध
पुलिस ने रविवार को बताया था कि विश्वविद्यालय के ‘स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग’ के प्रथम वर्ष के एक छात्र की साउथ कैंपस में कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई, क्योंकि उसने अपनी प्रेमिका को एक अन्य छात्र द्वारा परेशान किए जाने पर आपत्ति जताई थी.


आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'दिल्ली में बार-बार ऐसा क्यों हो रहा है? दिल्ली में कानून-व्यवस्था ऐसी सरकार के अधीन है, जो अपराधियों का मनोबल बढ़ाती है. जो अपराधी भगोड़ा घोषित होते हैं, वे कुछ महीनों के बाद भाजपा के मंचों पर दिखते हैं.'


भाजपा चाहती है कि अपराध बढ़े- आम आदमी पार्टी
आप नेता ने यह भी कहा, 'वे लोग कानून से डरते नहीं हैं. हम उपराज्यपाल (एलजी) से सवाल करते रहे हैं कि दिल्ली में कितनी पीसीआर वैन बढ़ी हैं और उन्होंने कितने थानों का दौरा किया है. लेकिन वह (एलजी) जवाब नहीं देते हैं." राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक व्यवस्था, भूमि और पुलिस पर उपराज्यपाल का नियंत्रण होता है.


कक्कड़ ने यह भी दावा किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय राजधानी में 'सीसीटीवी' लगाने तक के लिए संघर्ष करना पड़ा. प्रवक्ता ने कहा, 'उन्हें (केजरीवाल को) सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए उपराज्यपाल कार्यालय में धरने पर बैठना पड़ा. अब, भाजपा को ‘पैनिक बटन’ से समस्या हो रही है. भाजपा चाहती है कि अपराध बढ़े. मैं आप लोगों से अनुरोध करती हूं कि आप दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना से पूछें कि उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए क्या कदम उठाये हैं. (राष्ट्रीय राजधानी की) कानून-व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर क्यों होती जा रही है?'


कानून और व्यवस्था को लेकर आप ने की ये मांग
पिछले हफ्ते, भाजपा ने दिल्ली की आप-नीत सरकार के परिवहन विभाग द्वारा 'वेंडर' के माध्यम से निजी टैक्सियों और बसों में ‘पैनिक बटन’ लगाये जाने की प्रक्रिया में 500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था. केजरीवाल सरकार ने, हालांकि इस आरोप को ‘आधारहीन’ बताते हुए खारिज कर दिया था.


आरके पुरम में रविवार को दो महिलाओं की हत्या के बाद, केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी सबसे सुरक्षित जगह होती यदि कानून और व्यवस्था उपराज्यपाल के बजाय आप सरकार के अधीन होती. हालांकि, उनकी टिप्पणियों पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. लेखी ने दावा किया कि केजरीवाल कानून नहीं समझते हैं. दूसरी ओर, भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता हरीश खुराना ने उन (केजरीवाल) पर सक्सेना के साथ राजनीतिक हिसाब बराबर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया.


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