नई दिल्ली: राज्यसभा के सभापति  ने शुक्रवार को आप सांसद राघव चड्ढा को निलंबित कर दिया. संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिन यह कार्रवाई की गई है. 


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राघव चड्ढा के निलंबन की घोषणा करते हुए  राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने कहा, "आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा के दुर्व्यवहार, नियमों के उल्लंघन, परिभाषित रवैये और अनुचित आचरण गंभीर थे. इसे ध्यान में रखते हुए, मुझे लगता है कि नियम 256 के साथ नियम 266 को लागू करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि राघव चड्ढा को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट मिलने तक सभा की सेवा से निलंबित किया जाना चाहिये. "


क्या हैं राघव पर आरोप
आम आदमी पार्टी के सांसद चड्ढा पर पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप है. भारतीय जनता पार्टी ने  सांसद राघव चड्ढा पर दिल्ली सेवा बिल के लिए प्रस्ताव में ‘फर्जी हस्ताक्षर’ का आरोप लगाया था. अब इस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए राघव चड्ढा को निलंबित कर दिया गया है.  


अमित शाह ने उठाया था मुद्दा
बता दें कि इस मुद्दे को गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में उठाया और जांच की मांग की. इसके बाद संसद की विशेषाधिकार समिति ने राघव को नोटिस भेजा. इन आरोपों का जवाब देते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा ने उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए ये षड्यंत्र रचा है. और वह जल्द ही इस पूरी साजिश का खुलासा करेंगे.


एक दिन पहले लोकसभा में विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर तंज कसा था. उन्होंने इंडिया गठबंधन को घमंडिया गठबंधन कहा था और कहा था कि इस बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है.


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