विपक्षी एकता के प्रयास जारी, PM मोदी के `राजनीतिक गुरु` से मिले अखिलेश, तेज होगी 2024 की लड़ाई!
विपक्षी एकता के प्रयासों के बीच शंकर सिंह वाघेला और अखिलेश यादव की इस बैठक को अहम माना जा रहा है. देश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव की विपक्षी गठबंधन में अहम भूमिका मानी जा रही है.
नई दिल्ली. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने बुधवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और कहा भाजपा को उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ही चुनौती देगी. सपा ने इस बैठक को एक 'औपचारिक भेंट' बताया है और अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस बैठक की तस्वीरें साझा की. वाघेला ने कहा, 'मैं सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को वर्षों से जानता हूं. यह बहुत स्वाभाविक है कि मेरे अखिलेश से भी अच्छे रिश्ते हैं. उनके (मुलायम के) निधन के बाद मैं उनके यहां आया था. मैं आज अखिलेश यादव से मिलने आया हूं.'
क्या बोली समाजवादी पार्टी
बाद में समाजवादी पार्टी की ओर से जारी बयान के अनुसार, बाघेला ने कहा,'2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम है. भाजपा को उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ही चुनौती देगी.'
कई सपा दिग्गज रहे मौजूद
समाजवादी पार्टी कायार्लय में इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी एवं प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी उपस्थित रहे. पटना में गत 23 जून को हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद उत्पन्न गहमागहमी के बीच वाघेला की अखिलेश से मुलाकात को अहम माना जा रहा है. बता दें कि शंकर सिंह वाघेला एक वक्त गुजरात में बड़ी राजनीतिक शक्ति के रूप में देखे जाते थे. वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक गुरु भी रहे हैं. शंकर सिंह वाघेला भारतीय जनता पार्टी के नेता के रूप में गुजरात के मुख्यमंत्री भी रहे चुके हैं.
दरअसल 23 जून को पटना में हुई विपक्षी बैठक के दौरान केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को 'एकजुटता' का संदेश देने की कोशिश की गई है. हालांकि इस बैठक में किसी फॉर्मूले पर सहमति नहीं बन सकती है. विपक्षी दलों की अगली बैठक हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला हो सकती है.
विपक्षी गठबंधन में अहम है अखिलेश की पाजीशन
देश में सबसे ज्यादा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव की इस गठबंधन में अहम भूमिका मानी जा रही है. अखिलेश यादव विपक्षी गठबंधन को मजबूत बनाने के लिए लगातार कई विपक्षी दिग्गज नेताओं से लगातार मुलाकात करते रहे हैं. हालांकि 23 जून की बैठक के पहले विपक्षी गठबंधन में तनातनी की खबरें भी सामने आई हैं. दरअसल आप और कांग्रेस के बीच दिल्ली ऑर्डिनेंस को लेकर तनातनी देखी गई है.
आप ने किया यूसीसी का समर्थन, विपक्ष को लगा झटका!
इस बीच बुधवार को आप ने समान नागरिक संहिता का समर्थन कर दिया है जिसे विपक्षी दलों के लिए झटके के तौर पर भी देखा जा रहा है. आम आदमी पार्टी ने कहा है-हम सैद्धांतिक रूप से UCC के समर्थन में हैं क्योंकि Article 44 भी कहता है कि देश में UCC होना चाहिए. कुछ मुद्दे ऐसे होते हैं, जिन पर आप Reverse नहीं जा सकते हैं, ऐसे मुद्दे लागू करने से आपसे कई धर्मो, सम्प्रदाय के लोग नाराज़ हो सकते हैं.
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