बाबा भक्तों के लिए खुशखबरी! शुरू हुई अमरनाथ यात्रा, जानें क्या बदले नियम
एलजी मनोज सिन्हा ने पहलगाम से पहला जत्था बेस कैंप के लिए रवाना किया. अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों पर फुलप्रूफ सुरक्षा दी जा रही है.
नई दिल्ली. कोविड की वजह से 3 साल के गैप के बाद अमरनाथ यात्रा आज से शुरू हो रही है . 43 दिनों तक चलने वाली यात्रा में इस बार हर दिन 20 हज़ार यात्रियों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
मनोज सिंहा ने रवाना किया जत्था
एलजी मनोज सिन्हा ने पहलगाम से पहला जत्था बेस कैंप के लिए रवाना किया. अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों पर फुलप्रूफ सुरक्षा दी जा रही है. अलग अलग रास्तों और पड़ावों पर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए 3 से 4 गुना अधिक संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं.
तैनात रहेंगे अर्थसैनिक बल
तीर्थयात्रा में किसी तरह की रुकावट ना आए इसके लिए BSF, CRPF, ITBP और SSB की टुकड़ियां रहेंगी. आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा तीन साल से नहीं हो रही थी. पहले अनुच्छेद 370 और फिर कोरोना के कारण यात्रा रोक दी गई थी. यात्रियों को प्रशासन ने रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टैग यानी RFID टैग दिए हैं ताकि गाड़ियों पर निगरानी रखी जा सके.
जिन लोगों को जम्मू में टैग नहीं दिया गया, उन्हें कश्मीर बेस कैंप में टैग दिया जाएगा. सरकार की पूरी कोशिश है कि इस यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की तकलीफ ना हो. और ना ही किसी घटना के कारण यात्रा को बीच में रोका जाए.
दूसरा जत्था भी हुआ रवाना
बता दें कि अमरनाथ यात्रा का दूसरा जत्था भी रवाना कर दिया गया है. दूसरे जत्थे में 5,770 यात्री बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए रवाना हुए. अधिकारियों ने बताया कि, 5,770 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को भगवती नगर आधार शिविर से रवाना किया गया, जिसमें उत्तरी कश्मीर के बालटाल आधार शिविर के 1,670 और पहलगाम आधार शिविर के 4,100 तीर्थयात्री शामिल हैं. इस साल अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू हो रही है और 11 अगस्त को समाप्त होगी.