महेंद्रगढ़. दिल्ली से सटे हरियाणा में अब विधानसभा चुनाव होने में महज कुछ महीने का समय शेष रह गया है. इसी क्रम में राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है. अब  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में पिछड़े वर्गों से आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दे दिया, अगर वो हरियाणा में सत्ता में आती है तो यहां भी ऐसा ही करेगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही पिछड़े वर्गों के खिलाफ रही है. शाह ने कहा-1957 में ओबीसी आरक्षण के लिए काका कालेलकर आयोग का गठन किया गया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे सालों तक लागू नहीं किया. 1980 में इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग को ठंडे बस्ते में डाल दिया. 1990 में जब इसे पेश किया गया तो राजीव गांधी ने दो घंटे 43 मिनट का भाषण देकर ओबीसी आरक्षण का विरोध किया. 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने ही पूरे देश को बताया कि उनकी सरकार दलितों, गरीबों और पिछड़ों की सरकार है.


गिनाए ओबीसी समुदाय के लिए किए काम
गृह मंत्री ने ओबीसी समुदाय के लिए प्रधानमंत्री के कामों को गिनाते हुए कहा-बीजेपी ने देश को पहला सशक्त पिछड़ा वर्ग का प्रधानमंत्री देने का काम किया है. केंद्र में 71 में से 27 मंत्री पिछड़ा वर्ग से हैं. बीजेपी ने विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में उनके लिए आरक्षण सुनिश्चित किया. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हरियाणा में मुस्लिम आरक्षण नहीं होने देंगे.


शाह ने हुड्डा को दी चुनाती
इस दौरान अमित शाह ने दिग्गज कांग्रेसी नेता और राज्य के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनौती भी दे डाली. उन्होंने कहा-मैं एक-एक पाई का हिसाब लेकर आया हूं, आंकड़ों के साथ मैदान में आएं.


अक्टूबर में हो सकते हैं चुनाव
बता दें कि हरियाणा में अक्टूबर में चुनाव हो सकते हैं. हरियाणा के साथ महाराष्ट्र और झारखंड में भी चुनाव होने हैं. बीजेपी हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ने वाली है. उसकी नजर पिछड़े वर्ग को लुभाने पर है, जिनकी राज्य में 27 फीसदी हिस्सेदारी है. तीन सप्ताह से भी कम समय में अमित शाह का यह दूसरा हरियाणा दौरा है. इससे पहले गृह मंत्री का स्वागत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और उनके कैबिनेट सहयोगियों ने किया.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.