Chandrababu Naidu Oath Ceremony Updates: तेलुगु देशम पार्टी के सुप्रीमो नारा चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार 12 जून को चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और बंदी संजय कुमार और कई अन्य नेता शामिल हुए.


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चंद्रबाबू नायडू ने विजयवाड़ा के बाहरी इलाके केसरपल्ली में गन्नवरम हवाई अड्डे के पास आईटी पार्क में सुबह करीब 11.27 बजे शपथ ली. नायडू के साथ जनसेना प्रमुख पवन कल्याण, टीडीपी सुप्रीमो के बेटे नारा लोकेश और 22 अन्य ने भी शपथ ली.


 



पवन कल्याण को उपमुख्यमंत्री पद की पेशकश की गई है. जनसेना को तीन कैबिनेट पद और भारतीय जनता पार्टी को एक पद की पेशकश की गई है.


175 सदस्यीय आंध्र प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री समेत 26 मंत्री हो सकते हैं.


मंगलवार, 11 जून को अलग-अलग बैठकों में तेलुगु देशम विधायक दल और एनडीए सहयोगियों ने नायडू को अपना नेता चुना.


राज्य की एकमात्र राजधानी के लिए प्रतिबद्ध 
विधायकों को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि वह अमरावती को राज्य की एकमात्र राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.


नायडू ने कहा, 'आप सभी के सहयोग से मैं कल (मुख्यमंत्री के रूप में) शपथ ग्रहण कर रहा हूं और इसके लिए मैं आप सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के विकास के लिए केंद्र सरकार से सहयोग मांगा है और इसका 'आश्वासन' दिया गया है.'


रजनीकांत, चिरंजीवी भी रहे मौजूद
दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत, चिरंजीवी, अभिनेता-राजनेता नंदमुरी बालकृष्ण भी केसरपल्ली आईटी पार्क के गन्नवरम मंडल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए.


 



सरकार बनाने का दावा पेश किया
मंगलवार को नायडू ने विजयवाड़ा में राजभवन में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर से मुलाकात की और औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया. उनके साथ उनकी पार्टी के सहयोगी जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी भी थे.


1995 में बने पहली बार सीएम
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए.


मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के शासन काल में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए, जबकि तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया.


2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता रहे.


2024 के चुनावों में शानदार जीत के बाद, वे वाईएसआरसीपी को सत्ता से बाहर करते हुए चौथी बार सीएम के रूप में वापसी कर रहे हैं.


राज्य में हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में एनडीए ने शानदार जीत हासिल की, जिसमें 175 विधानसभा सीटों में से 164 और 25 लोकसभा सीटों में से 21 सीटें जीतीं.


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