नई दिल्लीः लखनऊ की सड़कों पर जरायम ने एक बार फिर खूनी खेल खेला है. इससे एक बार फिर उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई है. यूपी की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में विश्व हिन्दू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. हत्या तब की गई जब वह टहलने गए थे. वहीं मौके से हत्या का आरोपी फरार हो गया है. पुलिस की 6 टीम और क्राइम ब्रांच हत्यारे को पकड़ने के लिए जुटी है. वारदात के दौरान रणजीत के भाई भी उनके साथ थे. उनके भाई आशीष के हाथ में गोली लगी है. घायल हालत में उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया है


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राजधानी में सनसनी
हजरतगंज राजधानी का व्यस्त इलाका है. यहां इस तरह की जघन्य वारदात होने से लखनऊ में सनसनी का आलम है, हिंदूवादी नेता की हत्या से प्रशासन में भी खलबली है. रणजीत हजरतगंज के पॉश इलाके में मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. बाइक सवार अपराधियों ने रणजीत पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की. रणजीत के सिर में कई गोलियां लगी हैं. जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई.



अल सुबह इस हत्याकांड की सूचना पाकर लखनऊ के पुलिस कमिश्नर और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. परिवर्तन चौक के पास स्थित ग्लोब पार्क से निकलते ही बाइक सवार बदमाशों ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी.


शनिवार को था जन्मदिन 
रणजीत गोरखपुर के रहने वाले थे. वह लखनऊ के ओसीआर बिल्डिंग के बी ब्लॉक में रहते थे. सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान हजरतगंज के पास ग्लोब पार्क के नजदीक उनपर यह जानलेवा हमला किया गया. इस बारे में डीसीपी सेंट्रल दिनेश सिंह ने कहा कि पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. जल्दी ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस की 6 टीम और क्राइम ब्रांच हत्यारे को पकड़ने के लिए जुट गई हैं. मृतक रणजीत बच्चन के फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक शनिवार को उनका जन्मदिन था. इसके लिए उनको बधाइयां दी जा रही थी.


अभी सुलग रही है कमलेश हत्याकांड की आग
यूपी की राजधानी में इस तरह एक और हिंदूवादी नेता की हत्या ने प्रशासन को सकते में डाल दिया है. इससे पहले 18 अक्टूबर को बदमाशों ने हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्या कर दी थी. हाल के महीनों में राजधानी में हिंदू संगठन से जुड़े ये दूसरे नेता की हत्या है. इससे पुलिस-प्रशासन को डर है कि लोगों में आक्रोश भी भड़क सकता है.


पुलिस भी रणजीत बच्चन की हत्या को कमलेश तिवारी हत्याकांड से जोड़कर देख रही है. तिवारी की हत्या के बाद कई हिंदूवादी नेताओं ने अपने ऊपर हमला होने की आशंका जताई थी. 


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