सेना प्रमुख नरवणे ने चीन और नेपाल पर कही बड़ी बात, `हम पर भरोसा रखे देश`
सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने चीन और नेपाल के साथ भारत के तनाव भरे रिश्तों पर अहम बात कही है. उन्होंने देश के लोगों से सेना पर भरोसा रखने को कहा है.
नई दिल्ली: इन दिनों भारत के चीन और नेपाल जैसे दो पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते बहुत तनावपूर्ण हैं. चीन की दादागिरी और चालबाजी का भारत कूटनीति की दृष्टि से बहुत शानदार जवाब दे रहा है लेकिन भारत और नेपाल के संबंध हमेशा से भाई भाई की तरह रहे हैं. पीएम मोदी ने अपनी पहली नेपाल यात्रा में कहा था कि भारत के लिए नेपाल कोई देश नहीं बल्कि छोटे भाई की तरह परिवार का सदस्य है. ऐसे में भारत द्वारा नेपाल के मन में जितने भी भ्रम हैं उन्हें मिटाने की कोशिश चल रही हैं.
नेपाल के लोग भारत से और भारत के लोग नेपाल से अप्रतिम प्रेम करते हैं. दुर्भाग्यवश नेपाल में वामपंथी विचारधारा की सरकार बनने से चीन वैचारिक रूप से नेपाल सरकार को अपनी चालबाजी में फंसा रहा है. कम्युनिस्ट नेपाल सरकार का झुकाव चीन के कम्युनिस्ट शासन की ओर अधिक है.
भारत चीन के बीच नियंत्रित हालात
सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर हालात पूरी तरह नियंत्रण में, बातचीत जारी है. मैं सबको इस बात का भरोसा दिलाना चाहता हूं कि चीन के साथ सीमा पर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. हमारी चीन के साथ बातचीत चल रही है. उम्मीद है कि हमारे बीच जल्द ही बातचीत से इस विवाद का समाधान निकलेगा. गौरतलब है कि भारत चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा को लेकर विवाद चल रहा है.
नेपाल हमारा पुराना मित्र- सेना प्रमुख
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने नेपाल के साथ जारी तनाव पर बड़ी बात कही. उन्होंने भारत के पुराने मधुर संबंधों का हवाला देते हुए कहा कि हमारे नेपाल के साथ बहुत मजबूत संबंध हैं. हमारे भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक जुड़ाव हैं. उनके साथ हमारे संबंध हमेशा मजबूत रहे हैं और भविष्य में भी मजबूत बने रहेंगे. नेपाल के साथ भारत हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा है. नेपाल के हर दुख और तकलीफ में भारत उसकी मदद करने को हमेशा तत्पर है. सेना प्रमुख ने बताया कि दोनों देशों के बीच हाल के मतभेदों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- पंजाब सरकार का बड़ा फैसला, वीकेंड पर सील रहेगा पूरा राज्य
IMA की पासिंग परेड में शामिल हुई नरवणे
आपको बता दें कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने पासिंग आउट परेड के अधिकारी की समीक्षा की जिसमें 333 भारतीय और नौ विदेशी देशों के 90 जेंटलमैन कैडेट सेना के अधिकारी बने. चेटवुड भवन के ड्रिल स्क्वायर में आयोजित रेगुलर, टेक्निकल कोर्स और स्पेशल एंट्री सहित मित्र राष्ट्रों के कैडेट्स ने कमानडेंट परेड में हिस्सा लिया. कमानडेंट ले. जनरल जेसए नेगी ने कैडेट्स से भारतीय सेना की उच्च परंपरा को बनाए रखने का आह्वान किया.