नई दिल्ली: Ashok Gehlot: लोकसभा चुनाव का आखिरी चरण 1 जून को है. राजस्थान में पहले दो चरणों में ही वोटिंग हो गई. अब राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं पर नाम लिए बगैर निशाना साधा है. गहलोत ने कहा है कि कुछ अवसरवादी गद्दार भी पार्टी में रहते हैं. पार्टी छोड़ने वाले लोग नॉन परफॉर्मिंग एसेट हैं.


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गहलोत- ये युवाओं का समय
अशोक गहलोत ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान वे PCC ऑफिस में मौजूद रहे. यहीं पर उन्होंन कहा- पार्टी छोड़ने वाले नॉन परफॉर्मिंग एसेट, नाकारा, निकम्मा, गद्दार और पीठ में छुरा घोपनें वाले हैं, ये सभी शब्द हैं आपस में भाई-बहन हैं. उन्होंने युवाओं को कहा कि आने वाला समय आपका है. पार्टी के लिए एसेट बनो, लायबिलिटी मत बनो. 


गहलोत- PM अपनी गरिमा भूले
अशोक गहलोत ने PM मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पद की गरिमा भूल चुके हैं. यह पद देश का होता है. हम भी उस पद का सम्मान करते हैं. लेकिन नरेंद्र मोदी ने उस सम्मान को गिराने का काम किया है. उनको ये अधिकार नहीं. उनकी चुनावी भाषा उनके हार का कारण बनेगी. 


याद आ गया सियासी संकट
राजस्थान में सियासी संकट के दौरान अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री रहते हुए सचिन पायलट के लिए भी नाकारा, निकम्मा और गद्दार जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था. एक बार फिर से गहलोत के इन शब्दों ने पायलट से उनकी अदावत की यादों को ताजा कर दिया. उस दौरान पायलट से ये पूछा गया था कि गहलोत के इन शब्दों पर आप क्या कहेंगे? इस पर पायलट ने कहा था कि मेरे संस्कार इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देते.


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