गुवाहाटी: देशभर में कोरोना संकट के बीच प्राकृतिक आपदाएं भी कहर ढा रही हैं. हर रोज भूकंप आ रहे हैं, तो इसी के साथ मॉनसून का समय भी आ चुका है. ऐसे में बाढ़ के संकट ने भी डेरा डाल लिया है. असम में बाढ़ के कारण बुरे हालात हैं. मॉनसून के असम पहुंचने के बाद पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है और इस कारण से राज्य में बाढ़ आ गई है. 


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मृतकों की संख्या 15
जानकारी के मुताबिक असम के 16 जिलों के 704 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. शुक्रवार को आई रिपोर्ट के अनुसार ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.



असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शनिवार को ही सभी जिलों के उपायुक्तों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए थे.



शनिवार शाम को असम में एक और व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ कर 15 हो गई.


धेमाजी सबसे अधिक प्रभावित
राज्य में धेमाजी सबसे अधिक प्रभावित जिला है और इसके बाद तिनसुकिया, माजुली और डिब्रूगढ़ भी बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक डिब्रूगढ़ में बाढ़ ने एक और व्यक्ति की जान ले ली है. 


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