अखिलेश सरकार में ऐसा था अतीक का जलवा, मंच से कहा था- हम मुशायरे में 10 मंत्री बुला सकते हैं
प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद का नाम एक बार फिर सुर्खियों में हैं.
नई दिल्लीः प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद का नाम एक बार फिर सुर्खियों में हैं. अतीक पिछले कुछ सालों से भले ही सियासी तौर पर सक्रिय न हो लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब यूपी में अतीक के आतंक और सियासी पकड़ का लोहा माना जाता था. कई बड़े हत्याकांड में अतीक का नाम शामिल है और राजनीति में भी अतीक का एक समय बोलबाला था. अतीक की इस धमक का अंदाजा मुशायरे में दिए एक बयान से ही साबित हो जाता है, जिसमें उसने कहा था कि वह चाहे तो 10 मंत्रियों को इस समारोह में बुला सकता है.
2016 के वीडियो में अतीक ने कही थी ये बात
ये बात 2016 की है जब देश के सबसे बड़े सूबे यूपी के सीएम अखिलेश यादव हुआ करते थे. रानीगंज में एक मुशायरा था, जिसमें यश भारती सम्मान से कलाकारों को नवाजा जाना था. इस दौरान मंच पर जब अतीक पहुंचा तो उसने अखिलेश सरकार को धन्यवाद देते हुए कवि इमरान प्रतापगढ़ी की तारीफ में कसीदे पढ़े. मंच पर बैठे तमाम नेताओं का परिचय कराते हुए कहा कि हम अगर चाहते तो 10 मंत्रियों को इस मुशायरे में बुला सकते थे.
जानिए क्या होता है यश भारती सम्मान
यश भारती पुरस्कार उत्तर प्रदेश सरकार का सर्वोच्च पुरस्कार है. यह पुरस्कार साहित्य, समाजसेवा, चिकित्सा, फिल्म, विज्ञान, पत्रकारिता, हस्तशिल्प, संस्कृति, शिक्षण, संगीत, नाटक, खेल, उद्योग और ज्योतिष के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले को दिया जाता है. 2016 में सबसे कम उम्र (29) में इमरान प्रतापगढ़ी को इस अवार्ड से नवाजा गया.
योगी ने अतीक को बताया सपा पोषित माफिया
अतीक को लेकर सियासी गलियारे में आरोप लगते रहे हैं कि उसे बढ़ाने में सपा का हाथ है. ये बात किसी से छिपी भी नहीं है कि अतीक की राजनीतिक सफलता और दबंगई का स्तर सपा सरकार में बढ़ी थी. उमेश हत्याकांड के बाद मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सपा को घेरते हुए कहा था कि ये सभी सपा पोषित माफिया हैं और हम उन्हें मिट्टी में मिलाने का काम करेंगे. फिलहाल अतीक अहमद इस वक्त गुजरात की जेल में बंद है.
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