Suvendu Adhikari called cop Khalistani: पश्चिम बंगाल पुलिस ने मंगलवार को कहा कि वह राज्य भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ही थे जिन्होंने एक सिख पुलिस अधिकारी पर 'खालिस्तानी' अपशब्द कहे थे. X पर एक के बाद एक ट्वीट करते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा, 'हम, पश्चिम बंगाल पुलिस, इस वीडियो को साझा करते हुए गुस्सा हैं, जहां हमारे अपने अधिकारियों में से एक को राज्य के विपक्ष के नेता द्वारा 'खालिस्तानी' कहा गया. उनकी 'गलती': वह एक गौरवान्वित सिख हैं और एक सक्षम पुलिस अधिकारी भी हैं जो कानून-व्यव्स्था लागू करने की कोशिश कर रहे थे.'


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एक दूसरी पोस्ट में कहा गया, 'यह टिप्पणी जितनी दुर्भावनापूर्ण और नस्लीय है, उतनी ही सांप्रदायिक रूप से भड़काने वाली भी है. यह एक आपराधिक कृत्य है. हम स्पष्ट रूप से किसी व्यक्ति की धार्मिक पहचान और विश्वास पर अकारण, अस्वीकार्य हमले की निंदा करते हैं जिसका उद्देश्य लोगों को हिंसा करने और कानून तोड़ने के लिए उकसाना है.'



पुलिस और बाद में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भी एक वीडियो साझा किया, जिसमें सुवेंदु अधिकारी अन्य भाजपा सदस्यों के बीच में खड़े हैं और फिर अचानक 'eta hochhe Khalistani' (वह एक खालिस्तानी हैं) सुनाई देता है.'


हालांकि, वीडियो में यह पता नहीं चल सका है कि सुवेंदु अधिकारी ने विवादित शब्द कहा है या नहीं. हालांकि, उनपर यह आरोप लगे हैं. तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने भी अपने X हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'Eta Hochhe Khalistani' (वह खालिस्तानी है)... क्या आप बीजेपी की गंदी सोच को सुन सकते हैं? यह बीजेपी की सच्चाई है. हम इस नफरत को उजागर करते हैं और सिख समुदाय के लिए खड़े होते हैं जो भारत का गौरव हैं.'


 



क्या है मामला?
मंगलवार को एक सिख पुलिस अधिकारी, भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के एक ग्रुप को रोकने की कोशिश कर रहा होता, इतने में वह आरोप लगाता है कि उसे खालिस्तानी कहा गया है. एक वीडियो में, IPS अधिकारी जसप्रीत सिंह, जो पश्चिम बंगाल पुलिस में विशेष पुलिस अधीक्षक (खुफिया ब्यूरो) के रूप में तैनात हैं. उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'क्योंकि मैंने पगड़ी पहनी है, आप ऐसा कह रहे हैं. अगर पगड़ी ना होती तो क्या आप मुझे फिर खालिस्तानी कहते? आप पुलिस के बारे में जो कहना चाहते हैं वह कह सकते हैं, लेकिन आप मेरे धर्म पर टिप्पणी नहीं कर सकते.'


वीडियो को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साझा किया, जिन्होंने भाजपा पर 'सिख समुदाय को कमजोर करने' का आरोप लगाया. हालांकि, वीडियो में वह हिस्सा नहीं दिखाया गया जहां सिख पुलिसकर्मी को 'खालिस्तानी' कहा गया था.


यह टकराव तब हुआ जब पुलिस ने भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली का दौरा करने से रोक दिया. वीडियो में, भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल भी अधिकारी के साथ थीं, जिनको पुलिसकर्मी से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि 'हमने यह नहीं कहा है' यानी खालिस्तानी. वहीं, वीडियो सामने आने के बाद भी, सुवेंदु अधिकारी ने पुलिस को से आरोपों के सबूत साझा करने के लिए कहा है.


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