नई दिल्ली: उदयपुर के कन्हैयालाल मर्डर केस में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. गौस और रियाज, जिन्होंने कन्हैया की हत्या की थी. उनको पाकिस्तान में बैठे इनके आका ने हत्या का आदेश दिया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कत्ल के बाद व्हाट्सएप ग्रुप में किया मैसेज?


सूत्रों के मुताबिक हत्या के बाद व्हाट्सएप ग्रुप में एक मैसेज किया गया था. इस मैसेज में लिखा था 'जो टास्क दिया वो पूरा किया'. इस व्हाट्सएप  ग्रुप में पाकिस्तान के कुछ लोग भी शामिल थे. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में बैठे अपने आका के कहने पर हत्यारों ने भारी भरकम तेजधार हथियार बनाए थे, ताकि एक झटके में सिर धड़ से अलग किया जा सके.


उदयपुर हत्याकांड बड़ा खुलासा


कन्हैया लाल हत्या में 5 लोग शामिल थे. हत्या के बाद गौस और रियाज को एक सेफ पैसेज देने के लिए बैकअप प्लान भी तैयार था. उस बैकअप प्लान में 3 लोग शामिल थे, जिसमें मोसिन उसका साथी आसिफ दुकान से थोड़ी ही दूरी पर खड़े थे. एक और साथी वहीं पास में एक स्कूटी पर मौजूद था.


पुलिस के सूत्रों के मुताबिक इनकी प्लानिंग थी कि अगर गौस और रियाज पकड़े जाते तो उनको वहां से निकालने का काम इन तीनों का था. इनके पास भी खंजर थे और ये भीड़ पर हमला कर के उनको बचा लेते. ये खुलासा इस मामले में गिरफ्तार हुए 2 और आरोपियों से पूछताछ में हुआ है.


कौन है गौस और रियाज का आका?


गौस मोहम्मद और रियाज मोहम्मद को इनके आका ने कन्हैया के कत्ल का फरमान दिया था. हत्या में कुछ और लोगों के शामिल होने का शक था. इसी बीच ये भी खुलासा हुआ है कि हत्या में 5 लोग शामिल थे.


अपने आका के कहने पर आरोपियों ने भारी भरकम तेजधार हथियार बनाया था, ताकि एक झटके में सिर धड़ से अलग किया जा सके. ऐसे ही कई और तेजधार हथियार एसके इंजीनियरिंग नाम की फैक्ट्री में बनाये गए थे, जिन्हें SIT ने वहां से बरामद किया है.


कत्ल के बाद वीडियो बनाने के पीछे मकसद था अपने बाकी साथियों को नूपुर शर्मा का समर्थन करने वालों की हत्याओं के लिए उकसाना, ताकि इनके पकड़े जाने के बाद भी कत्लेआम जारी रहे. जांच में पता लगा कि रियाज और गौस अजमेर पहुंचकर इस हत्याकांड से जुड़ा तीसरा वीडियो बनाने वाले थे.


दोनों का मकसद था कि हत्या के बाद दहशत फैलाने के लिए तीसरा वीडियो भी वायरल किया जाए. जांच की जा रही है कि दोनों अजमेर में कहां और किसके पास रुकने वाले थे. कन्हैया लाल की हत्या से पहले दोनों आरोपियों ने उनकी दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे का कनेक्शन काट दिया था, इसीलिए 6 दिन पहले दुकान के लगे सीसीटीवी कैमरों में कुछ कैद नहीं हो पाया.


उदयपुर मर्डर केस के 10 अपडेट


आज हत्यारों की NIA कोर्ट में पेशी
घटनास्थल से 500 मीटर दूर मिली स्कूटी
हत्यारे गौस मोहम्मद की स्कूटी होने का शक
हत्यारे रियाज की बाइक भी बरामद 
हत्यारे ने लिया था 2611 का बाइक नंबर
तालिबान, ISIS के वीडियो देखते थे हत्यारे
जांच में 3 व्हाट्सएप ग्रुप का भी खुलासा 
पाकिस्तान से जुड़ रहे हत्या के तार 
हत्या के विरोध में राजस्थान के कई शहरों में बंद
उदयपुर शहर के ASP अशोक मीणा सस्पेंड


उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर दिया है. हत्या से पूरे देश में आक्रोश है. गिरफ्तार चारों आरोपी NIA को सौंपे गए हैं. आज जयपुर स्पेशल कोर्ट में इन आरोपियों को पेश किया जाएगा.


कन्हैया लाल मर्डर केस में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. मौके से सफेद स्कूटी मिली है. ये स्कूटी गौस मोहम्मद के नाम से रजिस्टर्ड है और वारदात के बाद से वहीं खड़ी थी. दूसरे हत्यारे रियाज के बाइक भी बरामद हो चुकी है. हत्या के बाद इसी 2611 नंबर वाली बाइक से हत्यारे भागे थे. हत्या के विरोध में राजस्थान के कई शहरों में आज बंद का आह्वान भी किया गया है.


अल सूफा की क्राइम फाइल


अब हम आपको अल सुफा की क्राइम फाइल के बारे में भी बताते हैं. अलसूफा का गठन 2012 में मध्य प्रदेश के रतलाम में हुआ. अल सुफा इस्लामिक स्टेट यानी आईएस के रिमोट स्लीपर सेल के तौर पर काम करता है. इसका सरगना असजद नाम का संदिग्ध आतंकी था.


एनआईए ने 2015 में असजद सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद 2017 में रतलाम के तरुण सांखला हत्याकांड में जुबेर और अल्तमस सहित 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिससे अल सुफा की कमर टूट गई, लेकिन कुछ साल बाद ये फिर से सक्रिय हो गया. राजस्थान में अल सुफा का नेटवर्क मुजीब नाम के संदिग्ध आतंकी ने तैयार किया था.


इसे भी पढ़ें- Udaipur Murder Case: NIA के सवालों से गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार का सामना, जानिए हर अपडेट


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.