भोपाल: NRC और CAA को लेकर मध्यप्रदेश में भी राजनीति शुरू हो गई है. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने NRC और नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस पूरे प्रदेश में 25 दिसंबर को पैदल मार्च करने की तैयारी में है. मध्यप्रदेश सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में 25 दिसंबर को पैदल मार्च निकाला जाएगा.


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पीसी शर्मा का कहना है बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान से छेड़छाड़ की गई है और इससे छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि आंदोलन शांति के साथ ही किया जाएगा और जब खुद मुख्यमंत्री आ गए हैं तो यह और भी व्यवस्थित तरीके से किया जाएगा.


शिक्षा मंत्री ने कहा मोदी जी लोगों को आपस में मत बांटो


राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि देश की सरकार एनआरसी लेकर आई. देश क्या है भारतवर्ष की परंपरा क्या है, सभ्यता क्या है ? वसुधैव कुटुंबकम का नारा जिसमें पूरे विश्व को एक परिवार माना गया है. केंद्र सरकार के एक निर्णय से लोग आंदोलन करने लगे हैं. सड़कों पर आने लगे हैं.



भारत का संविधान मानवीय आधारों पर है, जाति और धर्म पर नहीं. मोदी जी से हमारी अपील है कि लोगों को बांटो मत. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से भी अनुरोध किया कि यह देश आपका है. इसकी संपत्ति आपकी है. कृपा कर के इस संपत्ति का नुकसान न करें. 


पूर्व सीएम ने कहा मध्यप्रदेश को आग में झोंकने की कोशिश कर रही कांग्रेस


वहीं इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि एनआरसी के मामले को लेकर यह सरकार खुद इस प्रदेश को अशांत बना रही है. खंडवा में कल क्या हुआ ? कौन यह दंगे भड़काने की साजिश कर रहा है? सत्ता पक्ष के एमएलए खुलेआम भीड़ इकट्ठा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री उनको प्रोत्साहन दे रहे हैं.



शिवराज सिंह ने पूछा मुख्यमंत्री क्या मध्यप्रदेश को भी हिंसा की आग में झोंकना चाहते हैं ? ऐसी गैर-जिम्मेदार सरकार हमने नहीं देखी और इसलिए आज हमने ताकत के साथ प्रोटेस्ट किया है. अभी सदन में किया है, जरूरत पड़ी तो बाद में सड़कों पर भी लड़ाई लड़ेंगे. सीएए का जो कानून है वह संसद के दोनों सदनों ने पारित किया है, उसे लागू करना ही होगा.


भाजपा नेता ने कहा पाकिस्तान के मुस्लिमों को क्यों लाना चाहती है भारत?


इसके अलावा भाजपा के पूर्व मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस की हमेशा नीति रही है कि फूट डालो और राज करो. आज जिस विषय को वह समझा नहीं पा रहे हैं उस पर भ्रम फैला रहे हैं. कांग्रेस सबको भ्रम में डालने की कोशिश कर रही है.  उनका मूल उद्देश्य है कि देश में कैसे भी कर के दंगे हों. जब कानून मुसलमानों के विरोध में है ही नहीं तो ऐसे आंदोलन करा के क्या चाहते हैं.



यह कानून भारत के किसी मुस्लमान के खिलाफ नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है पाकिस्तान के मुसलमानों से, बांग्लादेश के मुसलमानों से, अफगानिस्तान के मुसलमानों से, कांग्रेस को लेना देना क्या है ,कांग्रेस देश विरोधी ताकतों को संरक्षण क्यों देना चाहती है ? कांग्रेस इस बात को स्पष्ट करे.


इसी बीच उन्होंने जेएनयू में अफजल के लिए लगाए गए नारे को टारगेट करते हुए उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने ऐसी दवाई डाली कि हर घर से अफजल निकलेगा के नारे लगाने वाले, सड़कों पर दिखे.