संभाजीनगर. महाराष्ट्र की राजनीति में बीते कुछ वर्षों में नेताओं का अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी का दामन थामना आम बात रही है. दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों को तो टूट का भी सामना करना पड़ा है. अब महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ बीजेपी के नेता ने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ज्वाइन की है. हालांकि इसे लेकर उद्धव की शिवसेना में विवाद भी सामने आया है.


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क्या बोले चंद्रकांत खैरे
दरअसल चुनाव में औरंगाबाद लोकसभा सीट से हारने वाले शिवसेना-यूबीटी नेता चंद्रकांत खैरे ने रविवार को बीजेपी नेता राजू शिंदे को पार्टी में शामिल किए जाने पर नाखुशी जाहिर की और उन्हें अपनी हार के लिए जिम्मेदार ठहराया. बता दें कि संभाजीनगर में पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की शिव संकल्प यात्रा में उनकी मौजूदगी में पूर्व उप महापौर शिंदे समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शिवसेना-यूबीटी में शामिल हुए.


खैरे ने जाहिर की उम्मीद
इसे लेकर खैरे ने अपने भाषण में पहले शिंदे को पार्टी में शामिल किए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे उनकी हार के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने एकनाथ शिंदे की शिवसेना उम्मीदवार संदीपन भुमारे को जिताने में मदद की. खैरे ने कहा-हालांकि, मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं परेशान नहीं हूं. अब मुझे उम्मीद है कि राजू शिंदे पार्टी के लिए अच्छा काम करेंगे.


उद्धव ठाकरे ने कार्यकर्ताओं में भरा दम
इससे पहले प्रोग्राम में अपने संबोधन में ठाकरे ने कहा कि उन्होंने जानबूझकर संभाजीनगर को अपनी राज्यव्यापी यात्रा शुरू करने के लिए चुना है. जिससे वे 'गद्दारों' (शिंदे के नेतृत्व वाली सेना) को बता सकें कि शिवसेना-यूबीटी अगली बार जीतेगी. मुझे दुख है कि यहां से शिवसेना-यूबीटी का उम्मीदवार नहीं जीता, यही हमारी जीतने वाली सीट थी. उन्होंने कहा कि हमने बीजेपी को महाराष्ट्र में नौ पर ला खड़ा किया है. मैं संभाजीनगर में इस इच्छा के साथ आया हूं कि मैं फिर से जीतूंगा.


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