राजनीति के फक्कड़... बुद्धदेव भट्टाचार्य 10 साल CM रहे, फिर भी न बंगला था और न ही गाड़ी!
Buddhadeb Bhattacharya Death: पश्चिम बंगाल के CM रहे बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन हो गया. वे 2001 से 2011 तक मुख्यमंत्री रहे थे. उनके कई किस्से आज भी सियासी गलियारों में याद किए जाते हैं. उन्हें मंत्री रहते हुए जो वेतन मिला, सारा पार्टी फंड में जमा करवा दिया.
नई दिल्ली: Buddhadeb Bhattacharya Death: पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है. वे लंबे समय से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) बीमारी से जूझ रहे थे. उन्हें और भी बीमारियां थीं. सांस लेने में भी तकलीफ थी. बीते महीने ही जुलाई में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था. लेकिन अब उनका इलाज कोलकाता स्थित आवास पर ही चल रहा था.
बुद्धदेव भट्टाचार्य 10 साल तक CM रहे
बुद्धदेव भट्टाचार्य 1 मार्च, 1944 को जन्मे थे. वे 2001 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे. इससे पहले 1999 से 2000 तक वे बंगाल के डिप्टी CM रहे. भट्टाचार्य ने कोलकाता के नामी प्रेसीडेंसी कॉलेज से बंगाली साहित्य में पढ़ाई की. भट्टाचार्य ने बंगाली (ऑनर्स) में BA किया. फिर वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) से जुड़े.
पब्ल्कि ट्रांसपोर्ट से चलती थीं बेटी-पत्नी
जब बुद्धदेव भट्टाचार्य प्रदेश सरकार में मंत्री हुआ करते थे, तब वे अपना वेतन पार्टी फंड में दे दिया करते थे. पार्टी ही उन्हें परिवार का खर्चा चलाने के लिए पैसे दिया करती थी. ऐसा कहा जाता है कि बुद्धदेव भट्टाचार्य के परिवार का खर्चा आज भी पार्टी ही उठा रही है. बुद्धदेव भट्टाचार्य की पत्नी और बेटी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा किया करते थे. जब वे CM थे तब भी और जब वे CM नहीं रहे तब भी.
न बंगला और न ही गाड़ी
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बुद्धदेव भट्टाचार्य के पास न कोई बंगला है और न ही कोई गाड़ी. 2009-10 में दायर किए गए चुनावी हलफनामे में उन्होंने अपनी आय 1 लाख 920 रुपये बताई थी. तब उबके पास केवल 5 हजार नकद रुपये थे.
बुद्धदेव भट्टाचार्य की बेटी ने चेंज कराया था जेंडर (Buddhadeb Bhattacharya Daughter Changed Gender)
बुद्धदेव भट्टाचार्य की बेटी सुचेतना भट्टाचार्य ने अपना जेंडर चेंज करवाया था. वे फीमेल से मेल बन गईं. उन्होंने अपना नाम सुचेतना से सुचेतन कर दिया था. उन्हें ट्रांसजेंडर प्रमाण पत्र भी मिल गया था.
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