नई दिल्लीः  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को इनकम टैक्स स्लैब  में बड़ा बदलाव किया है। वित्त मंत्री ने राहत देते हुए एलान किया कि अब 7 लाख रुपए तक की सालाना कमाई तक कोई टैक्स नहीं देना होगा। बता दें पहले यह सीमा पांच लाख रुपये की थी।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि  सिगरेट पर आकस्मिकता शुल्क को 16 फीयदी बढ़ाया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि सिगरेट महंगी हो जाएगी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि  वरिष्ठ नागरिक खाता स्कीम की सीमा 4.5 लाख से 9 लाख की जाएगी।


देश का 75वां बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में देश का आम बजट पेश कर रही हैं. ये उनका 5वां और देश का 75वां बजट है. सीतारमण ने कहा कि यह अमृतकाल का पहला बजट है, जो पिछले बजट में खड़ी की गई नींव पर पड़ा है. हम ऐसा भारत चाहते हैं, जहां महिलाओं, किसानों, अनुसूचित जाति समेत सभी को जगह मिले. इस दौरान वित्त मंत्री ने बताया कि इस बजट से सरकार की क्या प्राथमिकताएं हैं.


पीएम किसान योजना के तहत दिए इतने पैसे
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सरकार ने पीएम-किसान योजना के तहत 2.2 लाख करोड़ रुपये का नकद हस्तांतरण किया है. उन्होंने 2024 के आम चुनाव से पहले भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार का मिशन ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है. 


उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल भुगतान में महत्वपूर्ण वृद्धि के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था अधिक संगठित हो गई है. कृषि क्षेत्र में संस्थागत ऋण वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़कर 18.6 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो 2020-21 में 15.8 लाख करोड़ रुपये था. उन्होंने कहा कि पीएम-किसान, पीएम-फसल बीमा योजना और कृषि अवसंरचना कोष बनाने जैसी पहल ने इस क्षेत्र की मदद की है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सामाजिक-आर्थिक विकास में डिजिटल बुनियादी ढांचे की भूमिका बढ़ी है और भारत ने खुद को ज्ञान केंद्र के रूप में मजबूती से स्थापित किया है.


बताया क्या है सरकार की प्राथमिकता
वित्त मंत्री ने अपने भाषण के दौरान कहा कि बजट की सात प्राथमिकताएं हैं, जिसमें समावेशी वृद्धि, हरित विकास, युवा शक्ति, वित्तीय क्षेत्र, अंतिम छोर तक पहुंच, बुनियादी ढांचे का विकास और क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल शामिल है. इस 7 प्राथमिकता को वित्त मंत्री ने सप्तर्षि की अवधारणा पर आधारित बताया है. 


बताया इसे अमृतकाल का बजट
सीतारमण ने कहा कि यह अमृतकाल का पहला बजट है, जो पिछले बजट में खड़ी की गई नींव पर पड़ा है. हम ऐसा भारत चाहते हैं, जहां महिलाओं, किसानों, अनुसूचित जाति समेत सभी को जगह मिले.


एक साल बढ़ाई मुफ्त राशन योजना
सीतारमण ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान हमने यह निश्चित किया कि कोई भूखा न सोए. हमने 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 28 महीने तक मुफ्त राशन दिया. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.