नीट पर `यूपी के दो लड़कों` ने शिक्षा मंत्री को घेरा, धर्मेंद्र प्रधान ने भी किया पलटवार
Budget Session: संसद सत्र आज से शुरू हुआ है. इस दौरान नेता विपक्ष राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नीट का मुद्दा उठाया. प्रश्नकाल के दौरान राहुल ने कहा कि करोड़ों लोगों का मानना है कि अगर आपके पास पैसा है, आप अमीर हैं तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं. यही भावना विपक्ष की भी है.
नई दिल्लीः Budget Session: संसद में नीट में कथित अनियमितता को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला. राहुल ने भारतीय परीक्षा प्रणाली को ‘फ्रॉड’ बताया जबकि अखिलेश ने कहा कि धर्मेंद्र प्रधान के शिक्षा मंत्री रहते बच्चों को न्याय नहीं मिलेगा. वहीं शिक्षा मंत्री शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर सवाल उठाए.
'जिसका पास पैसा, वो खरीद सकता है पूरा सिस्टम'
दरअसल आज से संसद का सत्र शुरू हुआ है. इस दौरान विपक्ष ने नीट का मुद्दा उठाया. सदन में प्रश्नकाल के दौरान नीट के विषय पर पूरक प्रश्न पूछते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'परीक्षा प्रणाली में बहुत खामियां हैं. मंत्री ने अपने आपको छोड़कर, सबको जिम्मेदार ठहराया है...मुझे नहीं लगता कि जो चल रहा है, उसकी बुनियादी जानकरी भी उन्हें है.' उन्होंने दावा किया कि करोड़ों छात्र आज चिंतित हैं और उन्हें 'इस बात का यकीन हो गया है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक ‘फ्रॉड’ है.'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'करोड़ों लोगों का मानना है कि अगर आपके पास पैसा है, आप अमीर हैं तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं. यही भावना विपक्ष की भी है.' उन्होंने सवाल किया कि सरकार व्यवस्थागत स्तर पर चीजों को दुरुस्त करने के लिए क्या कर रही है?
धर्मेंद्र प्रधान ने किया पलटवार
इस पर प्रधान ने कहा, 'मुझे बौद्धिकता और संस्कार का प्रमाणपत्र किसी से नहीं चाहिए. देश के लोकतंत्र ने हमारे प्रधानमंत्री को चुना है मैं उनके निर्णय से यहां जवाब दे रहा हूं. यह कहा गया कि देश की भारतीय परीक्षा प्रणाली बकवास है, इससे दुर्भाग्यपूर्ण बयान कुछ नहीं हो सकता. मैं इसकी निंदा करता हूं.' उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, 'जिन्होंने रिमोट से सरकारें चलाई हैं, उनके समय के शिक्षा मंत्री 2010 में तीन विधेयक लेकर आए थे, उनमें एक विधेयक शिक्षा में सुधार से जुड़ा विधेयक था.'
प्रधान का कहना था, 'हमारी सरकार की हिम्मत है कि हमने (पेपर लीक पर) कानून बनाया, लेकिन कांग्रेस और नेता प्रतिपक्ष की क्या मजबूरी थी कि उनके समय लाए गए विधेयक को वापस लिया गया? क्या निजी मेडिकल कॉलेज और उनकी घूसखोरी के दबाव में इसे वापस लिया गया था?'
अखिलेश यादव ने भी शिक्षा मंत्री को घेरा
अखिलेश यादव ने नीट में कथित अनियमितता को लेकर कहा कि यह सरकार पेपर लीक का रिकॉर्ड बनाएगी. क्या उन छात्रों की सूची जारी करेंगे, जिनके सबसे ज्यादा नंबर आएं हैं. कुछ परीक्षा केंद्रों पर दो हजार से ज्यादा बच्चे पास हो गए हैं. अखिलेश ने धर्मेंद्र प्रधान पर निशाना साधते हुए कहा, 'ये मंत्री जी रहेंगे तो बच्चों को न्याय नहीं मिलेगा.'
धर्मेंद्र प्रधान ने अखिलेश को दिया जवाब
इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि केरल के विद्यार्थियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, तो क्या हम कहेंगे कि वहां कुछ गड़बड़ी हुई. इस बार एससी, एसटी और ग्रामीण इलाकों के और आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, क्या हम उनकी मेधा को चुनौती देंगे? प्रधान ने कहा, 'अखिलेश जी जब उत्तर प्रदेश में (मुख्यमंत्री) थे उस समय की पूरी सूची है कि कितनी बार पेपर लीक हुए थे.'
यह भी पढ़िएः Budget 2024: बजट के लिए सरकार कहां से लाती है पैसे, फिर कहां करती है खर्च? यहां जानें पूरा लेखा-जोखा
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.