Bijapur Encounter:  छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आठ घंटे तक चली सुरक्षा मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों की संख्या बुधवार सुबह तीन और शव बरामद होने के बाद बढ़कर 13 हो गई है. मुठभेड़ मंगलवार सुबह करीब छह बजे उस समय हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम लेंडा गांव के जंगल में नक्सल विरोधी अभियान चला रही थी.


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इस मुठभेड़ को हाल के वर्षों में सबसे बड़े सुरक्षा अभियानों में से एक माना गया है. बुधवार सुबह तक कर्मियों ने अब तक कुल 13 शव बरामद किए हैं.


किसके लिए हुई मुठभेड़?
मंगलवार के ऑपरेशन में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स, सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) और कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (CoBRA) के कर्मी शामिल थे. सुरक्षा अधिकारियों को इलाके में पापा राव नाम के एक वरिष्ठ माओवादी की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई.


समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, बीजापुर जिला बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां 19 अप्रैल को राष्ट्रीय चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा.


अब यह ताजा सुरक्षा मुठभेड़ 27 मार्च को बीजापुर के बासागुडा इलाके में एक मुठभेड़ में छह माओवादियों के मारे जाने के लगभग एक हफ्ते बाद हुई है. इस साल अब तक बस्तर में अलग-अलग सुरक्षा मुठभेड़ों में कम से कम 43 माओवादी मारे जा चुके हैं.


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