चीन में गहरा रही है आर्थिक मंदी, बेरोजगारी पर जानकारी देने से बच रहा है `ड्रैगन`
जून महीने में हुए एक सर्वेक्षण में पता चला था कि 16 से 24 साल के आयुवर्ग के युवाओं में बेरोजगारी दल 21.3% हो गई है. दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में यह युवा वर्ग कोविड-19 के बाद पटरी पर लौटी अर्थव्यवस्था में नौकरी नहीं पा सका.
बीजिंग. शी जिनपिंग की अगुवाई वाली चीनी सरकार देश में गहराती आर्थिक मंदी के बीच इस पर जानकारी देने से बच रही है. सरकार के एक आधिकारिक डेटा में बताया गया है कि जुलाई में आर्थिक मंदी गहरा गई है. इस बीच चीन के केंद्रीय बैंक ने अप्रत्याशित रूप से एक प्रमुख ब्याज दर में कटौती की है.
सर्वे में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
जून महीने में हुए एक सर्वेक्षण में पता चला था कि 16 से 24 साल के आयुवर्ग के युवाओं में बेरोजगारी दल 21.3% हो गई है. दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में यह युवा वर्ग कोविड-19 के बाद पटरी पर लौटी अर्थव्यवस्था में नौकरी नहीं पा सका. लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि आयु वर्ग के हिसाब से बेरोजगारी डेटा संदिग्ध है. देश का राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो इस पर विचार कर रहा है डेटा कैसे तैयार किया जाए.
'बेरोजगारी की स्थिति आमतौर पर स्थिर'
एक चीनी अधिकारी के मुताबिक जुलाई में सर्वे में पाया गया है कि शहरी कामगारों में संपूर्ण बेरोजगारी 5.3% है. यह जून महीने के आंकड़े से 0.1 प्रतिशत अधिक है. सरकारी अधिकारी के मुताबिक-‘बेरोजगारी की स्थिति आमतौर पर स्थिर है.’
सरकारी के अधिकारी के मुताबिक उपभोक्ता व्यय में वृद्धि जुलाई 2022 की तुलना में, जुलाई 2023 के 3.1 प्रतिशत से घटकर 2.5 प्रतिशत रह गई है. वहीं फैक्टरी प्रोडक्शन में वृद्धि 4.4% से घटकर 3.7% हो गई है. वहीं पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने बैंकों को एक सप्ताह के ऋण पर ब्याज दर 1.9 % से घटाकर 1.8% कर दी है.
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