War Situation: भारत को ढाई मोर्चे पर उलझाने के लिए दुश्मन की तैयारी, मिलेगा करारा जवाब
भारतीय सीमा(Indian border) पर युद्ध के बादल घिरते आ रहे हैं. चीन और पाकिस्तान(China and pakistan) ने भारत को घेरने की तैयारी फाइनल कर ली है. इस बात के प्रबल संकेत हैं कि इस बार हमें बाहरी दुश्मनों के साथ आंतरिक शत्रुओं(internal enemies) से भी दो-दो हाथ करना होगा.
नई दिल्ली: चीन ने सीमा पर भारी सैन्य जमावड़ा कर रखा है. जिसमें उसके 150 फाइटर प्लेन(Fighter plane) और हजारों सैनिक इकट्ठा हो चुके हैं. उधर पाकिस्तान ने भी नियंत्रण रेखा(LOC) पर भारी गोलीबारी शुरु कर दी है. इस बीच खबर है कि आतंकवादी(Terrorists) भी अपने विदेशी आकाओं के आदेश पर हरकत में आ रहे हैं. यही वो 2.5(ढाई) मोर्चे की रणनीति है. जिसमें दुश्मन भारत को उलझाना चाहता है. लेकिन भारत के अनुभवी CDS(chief of defence staff)बिपिन रावत ने दो साल पहले ही दुश्मन की इस चाल के बारे में अंदाजा लगा लिया था. देश की सेना पूरी तरह तैयार है.
चीन की साजिश
सैटेलाइट तस्वीरों और खुफिया सूत्रों के हवाले से यह साफ पता चल रहा है कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) पर लगभग 50000 सैनिकों की तैनाती कर रखी है. जिनके पास भारी टैंक और युद्धक सामग्री मौजूद है. इसके अलावा चीनी सेना के ट्रक लगातार युद्ध के सामान और हथियार लाकर सीमा पर इकट्ठा कर रहे हैं.
चीन की तैयारी देखकर लगता है कि उसने लंबे समय तक युद्ध की ठान रखी है. चीन की वायुसेना ने भारतीय सीमा के करीब शिनजियांग और तिब्बत में चीनी वायुसेना के अड्डों होतान, गार गुंसा, काशगर, हॉपिंग, डिकोनका डिजॉन्ग, लिंझी और पंगत पर लड़ाकू हेलीकॉप्टर और जे-20 जैसे जंगी जहाज तैनात कर दिए हैं.
चीनी सैनिक अपने इलाके में लगातार गोलीबारी का अभ्यास भी कर रहे हैं. जिसकी आवाज भारतीय इलाके में भी सुनी जा सकती है.
चीनी नेताओं की नीयत शुरु से खराब
चीनी नेता लगातार भारत पर विस्तारवादी नीतियां अपनाने का आरोप लगाकर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश में हैं. लेकिन यह सच नहीं है. खुद चीन की समाचार एजेन्सी शिन्हुआ ने 6 जनवरी 2020 को यह बताया था कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी सेना की ट्रेनिंग मोबिलाइजेशन की अनुमति दे दी थी.
जिनपिंग के आदेश के बाद ही चीनी सेना की ट्रेनिंग तिब्बत और शिजिंयांग प्रांत में शुरु हुई. इसी ट्रेनिंग के बहाने से चीन ने भारतीय सीमा के पास तिब्बत और शिजियांग में सैन्य जमावड़ा बढ़ाना शुरू कर दिया.
चीन की इस भारी सैन्य जमावड़े का अंजाम गलवान घाटी की झड़प में आया. जिसके बाद भारत को चीनी सेना की असली मंशा समझ में आई.
चीन के साथ खड़ा है पाकिस्तान
भारतीय सेना को चीन के साथ उलझा हुआ देखकर पाकिस्तान ने भी LOC पर अपनी खुराफात बढ़ा दी हैं. पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में LOC पर भारतीय ठिकानों पर जमकर गोलाबारी की. भारतीय सेना ने भी करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान की पोस्टों पर गोलाबारी की. जिसके बाद पाकिस्तान के हौंसले ठंडे हुए.
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल देवेन्दर आनन्द ने कहा कि शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में एलओसी के पास भारतीय ठिकानों पर गोलीबारी की. जिसका भारतीय सेना ने पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया. पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को भी पुंछ में ही कई जगहों पर सीजफायर का उल्लंघन किया था.
पाकिस्तान ने जनवरी से अब तक 2,730 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है. जिसमें इस साल अब तक 24 भारतीय नागरिकों की मौत हो चुकी है और 100 से ज्यादा भारतीय नागरिक घायल हो गए हैं.
पाकिस्तान ये हरकतें भारत के खिलाफ चीन के साथ अपनी एकता दिखाने के लिए कर रहा है.
आतंकियों को भी सक्रिय करने की कोशिश
देश के दुश्मन चाहते हैं कि जब चीन और पाकिस्तान की फौजें सीमा पर हमला शुरु करें तो देश के दुश्मन अंदर से भारत के खिलाफ मोर्चा खोल दें. इसी उद्देश्य से पाकिस्तान कश्मीरी आतंकियों के लिए पहाड़ी से हथियार और गोला बारूद फेंक रहा है. सुरक्षा बलों ने हाल ही में नियंत्रण रेखा के पास हाल ही में हथियारों और गोला बारूद के जखीरे को बरामद किया था. इसी के साथ सीमा पार के लॉन्च पैड पर हलचल बढ़ी है.
कश्मीर में आतंकियों के समर्थकों को पाकिस्तान से फेंकी हुई ऐसे हथियारों के ऐसी खेप की जानकारी होती है, जो उन्हे चुपके से उठाकर घाटी में सक्रिय आतंकियों तक पहुंचाते हैं. इस खुलासे के बाद नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में रहने वाले नागरिकों की आवाजाही के लिए सख्त निगरानी भी रखी जा रही है. पिछले एक हफ्ते में उत्तरी कश्मीर के बारामुला और कुपवाड़ा से हथियारों के तीन बड़े जखीरे पकड़े गए हैं. इसमें आधुनिक हथियार भी शामिल हैं. सुरक्षाबलों को जानकारी मिली है कि बॉर्डर इलाके में अभी हथियारों और गोला बारूद का काफी बड़ा जखीरा मौजूद है.
कुछ ही दिन पहले ड्रोन के जरिए भी कश्मीरी आतंकियों तक हथियार पहुंचाने की कोशिश की गई थी. पाकिस्तानी हथियारों से लदे दो ड्रोन्स को भर्तियां सुरक्षाबलों ने जम्मू में मार भी गिराया था. जम्मू के पुंछ और राजौरी नियंत्रण रेखा से भी हथियारों को इस तरफ ट्रांसपोर्ट करने की कोशिश पाकिस्तान की तरफ से जारी है.
चीन और पाकिस्तान इस साजिश में जुटे हुए हैं कि जब वह भारतीय सेना को सीमा पर उलझाएं तो कश्मीरी और दूसरे आतंकवादी अंदर से अपनी करतूतें करके भारत के लिए मुश्किलें बढ़ाएं. लेकिन भारत दुश्मनों की इस मंशा को अच्छी तरह समझता है. यही वजह है कि भारत के चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने जून 2017 में ही यह शक जताया था कि भारत को 'ढाई मोर्चे की जंग' में उलझना पड़ सकता है.
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