महराजगंज : एक तरफ पाकिस्तान घुसपैठ के जरिए आतंक और कई नापाक इरादों को पूरा करने की कोशिश करने में जुटा रहता है तो दूसरी तरफ चीन अपनी विस्तारवादी नीति की पूर्ति के लिए घुसपैठ का सहारा ले रहा है. चीन ने इसके लिए नेपाल का रास्ता चुना है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नेपाल की वामपंथी सरकार की बदौलत चीन उसकी धरती पर धीरे-धीरे कब्जा कर रहा है और इसका प्रयोग भारत में घुसपैठ के लिए कर सकता है. रविवार को इसका बड़ा उदाहरण भी सामने आया है. 


प्रतिबंधित मार्ग पर पगडंडियों के रास्ते आ रहा था
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले की सोनौली सीमा के नजदीक एक चीनी घुसपैठिये को गिरफ्तार किया गया है. सशस्त्र सीमा बल ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे चीनी नागरिक को दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया.



चीनी नागरिक का नाम शेन ली  है जो प्रतिबंधित मार्ग पर पगडंडियों के रास्ते आ रहा था. हालांकि शेन ली टूरिस्ट है, लेकिन गलत तरीके से सीमा में प्रवेश करना उसे संदिग्ध बनाता है. 


सोनौली पुलिस ने विदेशी विषयक अधिनियम और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज करके उसे जेल भेज दिया है. नेपाल में शेन ली का टूरिस्ट वीसा समाप्त हो गया था इसके बाद उसने अवैध रास्ते के जरिए देश में दाखिल होने की कोशिश की. जबकि कोरोना के कारण पिछले 5 महीने से विदेशी नागरिकों की भारत से नेपाल और नेपाल से भारत आने जाने पर रोक लगी हुई है.


शेन ली 30 जनवरी को आया था भारत
सामने आया है कि शेन ली 30 जनवरी को चीन से भारत आया था. वह 8 मार्च को नेपाल गया था, जहां बाद में लॉक डाउन में फंस गया. नेपाल का टूरिस्ट वीजा 6 जून को ही खत्म हो गया था. भारत में उसका टूरिस्ट वीजा 19 सितंबर तक था.



कोरोना के कारण बॉर्डर सील होने से अवैध रास्ते से नेपाल से भारत में प्रवेश कर रहा था. इसी दौरान उसे पकड़ लिया गया. चीनी नागरिक के खिलाफ 14 विदेशी अधिनियम एक्ट और 420 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया.


LAC पर सैनिकों की तैनाती कम नहीं करेगा भारत, चीन को कड़ा संदेश


खिलौना बाजार में भी Made In China को लगने वाला है तगड़ा झटका