अतीक हत्याकांड को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय का बड़ा बयान, सरकार को दी ये सलाह
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी केंद्रीय एजेंसियों को माफिया से नेता बने अतीक अहमद और कुछ राजनीतिक नेताओं, अधिकारियों तथा बिल्डर के बीच ‘‘व्यापारिक संबंधों’’ की जांच करनी चाहिए.
नई दिल्लीः कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी केंद्रीय एजेंसियों को माफिया से नेता बने अतीक अहमद और कुछ राजनीतिक नेताओं, अधिकारियों तथा बिल्डर के बीच ‘‘व्यापारिक संबंधों’’ की जांच करनी चाहिए. सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया, ‘‘अतीक ने कई बिल्डर, बड़े नेताओं और शीर्ष अधिकारियों के नाम लिए थे, जिनका खुलासा किया जाना चाहिए.’’
अतीक और अशरफ की हुई हत्या
अहमद और उसके भाई अशरफ को 15 अप्रैल की रात प्रयागराज में मीडियाकर्मियों के रूप में आए तीन लोगों द्वारा तब गोली मार दी गई थी, जब दोनों भाइयों को पुलिस मेडिकल जांच के लिए ले जा रही थी. सिंह ने अतीक के आपराधिक गठजोड़ पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘अतीक की आपराधिक गतिविधियों की जांच के अलावा, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), आईटी (आयकर), और सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को उन लोगों की भी जांच करनी चाहिए जिनके साथ उसके व्यापारिक संबंध थे.
जानिए क्या बोले दिग्विजय सिंह
अतीक के साथ पैसे कमाने वाले लोगों का पर्दाफाश होना चाहिए.’’ कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि अतीक और उसके परिवार के सदस्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे. सिंह ने कहा, ‘‘मैं हाल में प्रयागराज गया था जहां लोगों ने मुझे बताया कि अतीक और अन्य लोगों ने हिंदुओं के मुकाबले मुसलमानों के खिलाफ अधिक अपराध किए हैं.
अतीक का बेटा (असद) पुलिस मुठभेड़ में मारा गया लेकिन पुलिस हिरासत (अतीक की मौत) में जो हुआ उसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस की है.’’ उन्होंने कहा कि अतीक और उसके परिवार ने कहा था कि वे एक मुठभेड़ में मारे जाएंगे और इसी की आशंका जताते हुए उन्होंने उच्चतम न्यायालय का रुख किया था. पुलिस हिरासत में अतीक और अशरफ के मारे जाने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है.
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