5 राज्यों में करारी हार के लिए कांग्रेस में कौन जिम्मेदार, कमेटी ने मांगी एक हफ्ते की मोहलत
कांग्रेस नेतृत्व ने हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के कारणों का पता लगाने के लिए गठित पांच सदस्यीय समूह को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए एक सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया है.
नई दिल्ली: हाल में सम्पन्न हुए 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार हुई है. इस हार की समीक्षा के लिए पार्टी ने एक समूह का गठन किया है जो जिम्मेदार लोगों और हार के कारणों की समीक्षा करेगी.
कांग्रेस में चुनावी हार की समीक्षा
कांग्रेस नेतृत्व ने हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के कारणों का पता लगाने के लिए गठित पांच सदस्यीय समूह को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए एक सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया है. सूत्रों ने बताया कि इस समूह ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर सौंपने के लिए एक सप्ताह का और समय मांगा था जिसे पार्टी नेतृत्व ने स्वीकार कर लिया.
अंदरूनी कलह चरम पर
गत 11 मई को गठित इस समूह को रिपोर्ट सौंपने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया था. ऐसे में संभावना है कि यह समूह 31 मई तक या जून के पहले सप्ताह के शुरुआत में ही अपनी रिपोर्ट सौंप सकता है.
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की अगुवाई में इस समूह के गठन के बाद इसके सदस्य वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं.
एक सूत्र का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में इस समूह ने असम, केरल और पश्चिम बंगाल के प्रभारियों और प्रदेश इकाइयों के वरिष्ठ नेताओं के साथ कई दौर की बातचीत की है तथा उनका फीडबैक लिया है.
कई वरिष्ठ नेता कर रहे हैं हार की समीक्षा
इस समूह में वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, मनीष तिवारी, विंसेट पाला और लोकसभा सदस्य ज्योति मणि भी शामिल हैं.
ये भी पढ़ें- कोरोना संकट में भी अरबों रुपये कमा रहा BCCI, दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई वाला बना बोर्ड
कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की पिछले दिनों हुई डिजिटल बैठक में सोनिया गांधी ने प्रस्ताव दिया था कि चुनावी नतीजों के कारणों का पता लगाने के लिए एक छोटा समूह गठित किया जाए। इस पर सीडब्ल्यूसी ने अपनी सहमति दी थी.
4 राज्यों में मिली शिकस्त
गौरतलब है कि असम और केरल में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी. वहीं, पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका. पुडुचेरी में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी. तमिलनाडु में उसके लिए राहत की बात रही कि द्रमुक की अगुवाई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.