नई दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार को उद्योगपति गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी की अडानी समूह में केंद्रीय भूमिका होने का दावा किया और सवाल किया कि क्या सरकार की जांच एजेंसियां ‘उनकी विदेशी शेल कंपनियों पर लगे धनशोधन’ के आरोपों की जांच करेंगी?


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‘हम अडानी के हैं कौन’ से जुड़ा कांग्रेस का सवाल
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कांग्रेस की ‘हम अडानी के हैं कौन’ श्रृंखला के तहत पिछले कई दिनों की तरह मंगलवार को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) से कुछ सवाल किए. रमेश का कहना है कि अडानी समूह में विनोद अडानी (Vinod Adani) की केंद्रीय भूमिका के बारे में निरंतर खुलासे सामने आ रहे हैं.


उन्होंने दावा किया, 'हमें पता चला है कि 18 मार्च 2020 को अहमदाबाद में कंपनी रजिस्ट्रार को भेजे अडानी समूह के पत्र से स्पष्ट होता है कि अडानी समूह के मामलों में विनोद अडानी एक केंद्रीय भूमिका में हैं.'


पीएम मोदी  से कांग्रेस नेता ने अडानी पर क्या पूछा
जयराम रमेश ने सवाल किया, 'क्या ये अकाट्य सबूत अंतत: भारत की सर्व-शक्तिशाली एजेंसियों द्वारा विनोद अडानी की विदेशी शेल कंपनियों द्वारा समक्रमिक व्‍यापार (राउंड-ट्रिपिंग) और धनशोधन के आरोपों की जांच का मार्ग प्रशस्‍त करेंगे? या आप (प्रधानमंत्री) अपने करीबी दोस्त को संरक्षण देना जारी रखेंगे और अपने बचाव में उसके द्वारा प्रस्‍तुत हास्‍यास्‍पद थोथी दलील को स्‍वीकार कर लेंगे?'


उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया, 'क्या आप भारतीय निवेशकों और नागरिकों को आश्वस्त कर सकते हैं कि सेबी इस बार आपके दोस्तों को बचाने के लिए सांकेतिक जांच करने की बजाय ठोस कदम उठाएगा?'


उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई आरोप लगाए थे. अडानी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है.


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