नई दिल्लीः दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को कहा कि आंखों में जलन और त्वचा एलर्जी के मामले ज्यादातर राजधानी के कुछ हिस्सों में बाढ़ से प्रभावित लोगों के राहत शिविरों से सामने आ रहे हैं. भारद्वाज ने यहां दिल्ली सरकार के एक अस्पताल पहुंचने के बाद पत्रकारों से यह भी कहा कि शहर के सभी सरकारी विभागों को स्थिति पर लगातार नजर रखने का निर्देश दिया गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानिए क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री
भारद्वाज ने कहा कि उफनती यमुना के कारण आई बाढ़ से पूर्वी दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई है. उन्होंने कहा, "बाढ़ के बाद डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों के मामले बढ़ने का डर है. लेकिन फिलहाल यह प्रवृत्ति देखने को नहीं मिल रही है. आंखों में जलन और त्वचा पर एलर्जी के ज्यादातर मामले राहत शिविरों से सामने आ रहे हैं.


फिर से बढ़ रहा यमुना का जलस्तर
दिल्ली में यमुना नदी के जल स्तर में फिर से मामूली वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर भारद्वाज ने कहा कि पिछले दो दिन में उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बारिश हुई है और अब नालों का पानी भी नदियों में जा रहा है इसलिए उसका जल स्तर थोड़ा बढ़ गया है. दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर सोमवार को थोड़ी वृद्धि के साथ 205.58 मीटर पर दर्ज किया गया जबकि एक रात पहले जल स्तर 205.52 मीटर पर था. 


दिल्ली के मंत्री ने कहा, ‘‘हमने हथिनीकुंड बैराज पर आंकड़े मांगे हैं.’’ यह नदी पिछले सप्ताह से उफान पर है और बुधवार को इसका जलस्तर 1978 में बने 207.49 मीटर के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 207.71 मीटर पर पहुंच गया था, जिससे दिल्ली के कई अहम हिस्सों में बाढ़ आ गई थी. कई डॉक्टर्स का कहना है कि बाढ़ के बाद कई इलाको में बीमारियां देखने को मिल सकती है. इसलिए लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है और कुछ लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करने की हिदायत दी गई है.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.