नई दिल्ली: Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं. माना जा रहा है कि फडणवीस का नाम अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे है. महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी फडणवीस को केंद्र में कोई भूमिका दे सकती है, ताकि राज्य में ये मैसेज जाए कि यहां के नेताओं को तरजीह दी जा रही है. कुछ दिन पहले ही फडणवीस ने लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए डिप्टी CM के पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. लेकिन पार्टी ने इसे मंजूर नहीं किया.


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बेटी और पत्नी के साथ की थी PM से मुलाकात
देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में अपनी पत्नी अमृता और बेटी दिविजा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी का आशीर्वाद सदा महाराष्ट्र के साथ रहा है और रहेग. उनके साथ मुलाकात कर हर बार एक नई ऊर्जा मिलती है, उनका मार्गदर्शन प्राप्त होता है. आज सपरिवार मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी से सदिच्छा भेट करने का अवसर प्राप्त हुआ. पत्नी अमृता और बेटी दिविजा साथ थी. अपना बहुमूल्य समय देने के लिए मा. प्रधानमंत्री जी का बहुत बहुत आभार.' इस मुलाकात के बाद से ही चर्चा का बाजार गर्म है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि फडणवीस को महाराष्ट्र सरकार से हटाकर संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. फडणवीस भी अब संगठन का कामकाज देखने के इच्छुक माने जा रहे हैं. 



देवेंद्र फडणवीस का CV इन 5 कारणों से मजबूत
1. RSS का बेकग्राउंड:
देवेंद्र फडणवीस RSS बेकग्राउंड से हैं. RSS की नागपुर लॉबी को उनके नाम पर कोई एतराज नहीं होगा. ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा RSS की सहमति से ही नए अध्यक्ष की नियुक्ति करेगी. यही कारण है कि अध्यक्ष की नियुक्ति का मामला लगातार टलता जा रहा है. लेकिन फडणवीस के नाम पर पार्टी और RSS एकमत हो सकती है.
2. मोहन भागवत से अच्छे संबंध: देवेंद्र फडणवीस के RSS प्रमुख मोहन भागवत से मधुर संबंध हैं. बीते कुछ समय से RSS और भाजपा के बीच सहज रिश्ते नहीं होने की खबरें आ रही हैं. भागवत भी कई बार इशारों-इशारों में सरकार को नसीहत देते हुए दिखे हैं. फडणवीस अध्यक्ष बनते हैं तो RSS और सरकार के बीच पुल का काम कर सकते हैं.
3. यस मैन: जिस तरह देवेंद्र फडणवीस के मोहन भागवत से अच्छे रिश्ते हैं, ठीक उसी तरह PM मोदी और गृह मंत्री शाह के भी आज्ञाकारी हैं. जब महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे को CM बनाया, तब फडणवीस खुशी-खुशी डिप्टी CM बन गए थे. जबकि वे पहले CM थे, उस लिहाज से ये उनका डिमोशन था. कुल मिलाकर बात ये है कि वे मोदी-शाह के यस मैन हैं.
4. कुशल संगठनकर्ता: देवेंद्र फडणवीस छात्र जीवन में ही भाजपा की स्टूडेंट विंग ABVP से जुड़े. केवल 22 साल की उम्र में 1992 में फडणवीस पार्षद बने. 27 साल की उम्र में वे नागपुर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के मेयर बने. वे देश के इतिहास में दूसरे सबसे युवा मेयर बने. फडणवीस भाजपा के जिला युवा मोर्चा से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे हैं. 2013 में महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष भी रहे. वे एक कुशल संगठनकर्ता हैं.
5. निर्विवाद चेहरा: देवेंद्र फडणवीस की सबसे बड़ी खूबी यही है कि वे किसी विवाद से जुड़े हुए नहीं हैं. पार्टी के सभी नेताओं से उनके संबंध अच्छे हैं. अटल बिहारी वाजपेयी की भाजपा से लेकर नरेंद्र मोदी की भाजपा तक में देवेंद्र फडणवीस प्रासंगिक बने रहे हैं.


फडणवीस के अलावा ये भी रेस में
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में देवेंद्र फडणवीस के अलावा, विनोद तावड़े, धर्मेन्द्र प्रधान, अनुराग ठाकुर, भूपेंद्र यादव और सुनील बंसल का नाम भी चर्चा में हैं. जल्द ही पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को लेकर बड़ा फैसला कर सकती है. ये भी मुमकिन है कि फिलहाल के लिए कार्यकारी अध्यक्ष ही नियुक्ति हो.


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