Loksabha Election 2024: दिग्विजय ने कहा सिंधिया कांग्रेस में महाराजा थे भाजपा में सिर्फ भाई साहब
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे तो उनके साथ महाराजा जैसा व्यवहार किया जाता था लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद उन्हें सिर्फ `भाई साहब` होने के स्तर तक कम कर दिया गया है.
नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे तो उनके साथ महाराजा जैसा व्यवहार किया जाता था लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद उन्हें सिर्फ "भाई साहब" होने के स्तर तक कम कर दिया गया है. ग्वालियर शाही परिवार के वंशज सिंधिया ने मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. सिंधिया को 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था.
जानिए क्या बोले दिग्विजय
धार जिले में पत्रकारों से बात करते हुए सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे सिंधिया पार्टी छोड़ देंगे. साथ ही सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को भगवा संगठन में अपनी मौजूदा 'स्थिति' के बारे में सोचना चाहिए. जब उनसे पूछा गया कि उनकी पार्टी के पूर्व साथी सिंधिया के पाला बदलने और इससे प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरने पर उन्हें खेद है, तो राज्यसभा सदस्य सिंह ने कहा, "निश्चित रूप से, हमें खेद है.
उनके पिता को कांग्रेस में लाया
हमने उनसे (सिंधिया से) हमें छोड़ने की उम्मीद नहीं की थी.’’ दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे सिंह (76) ने कहा कि कांग्रेस ने सिंधिया को बहुत कुछ दिया. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं और अर्जुन सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री) उनके पिता (माधवराव सिंधिया) को कांग्रेस में लाए. उन्हें (ज्योतिरादित्य सिंधिया) पूरा सम्मान दिया. पार्टी में उनको बढ़ावा दिया, उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया. एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) का महासचिव बनाया. हमने महाराजा की तरह उनका सम्मान किया. अब भाजपा ने उन्हें सिर्फ भाई साहब बना दिया है इसलिए उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए.
भाजपा में शामिल हुए सिंधिया
दिसंबर 2018 में कमलनाथ के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार मार्च 2020 में सिंधिया के प्रति वफादार विधायकों के एक समूह के पार्टी छोड़ने और भाजपा में शामिल होने के बाद गिर गई थी . इसके बाद भाजपा ने मध्य प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी. मध्य प्रदेश में 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए बदनावर कस्बे में पहुंचे थे. कांग्रेस ने 2018 में बदनावर विधानसभा सीट जीती थी लेकिन स्थानीय विधायक राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव 2020 में सिंधिया के साथ भाजपा में चले गए और भाजपा (जिसने दत्तीगांव को मैदान में उतारा) ने बाद के उपचुनाव में कांग्रेस को हरा दिया.
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