कोरोना संकट के बीच दिल्ली-NCR में 3.5 की तीव्रता के भूकम्प के झटके
दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. लॉकडाउन के दौरान ये झटके खतरनाक साबित हो सकते हैं. सरकार लगातार लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है लेकिन भूकंप के कारण लोगों को घर से बाहर निकलना पड़ सकता है.
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर भूंकप की तीव्रता 3.5 मापी गई है. लॉकडाउन के बीच दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
लॉकडाउन की वजह से ये भूकंप नया खतरा खड़ा कर रहा है क्योंकि मजबूरी में लोगों को घर से बाहर निकलना पड़ सकता है. बताया जाता है कि भूकंप के झटके तेज थे लेकिन रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई. इस भूकंप का केंद्र पूर्वी दिल्ली बताया जा रहा है.
भूकंप आने पर ये सावधानी बरतें
आपको बता दें कि भूकंप आने पर सभी सतर्कता और संयम का प्रयोग करें. भूकंप आने के वक्त यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो.
सोशल डिस्टेसिंग का रखे ध्यान
उल्लेखनीय है कि देश पर इस समय कोरोना वायरस का संकट है. इसलिये सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखना आवश्यक है. भूकंप के कारण नोएडा में घरों और दफ्तरों में काम कर रहे लोग बाहर निकल आये. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सबसे अहम सामाजिक दूरी है. भूकंप के झटकों पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भगवान से रक्षा करने की दुआ की.
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20 दिसंबर को भी महसूस किए गए थे झटके
आपको बता दें कि इससे पहले 20 दिसंबर, 2019 को दिल्ली एनसीआर में भूंकप के झटके महसूस किए गए थे. उस समय भी दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुड़गांव इसकी चपेट में आये थे. आज के भूकंप में शुरुआती जानकारी के अनुसार कहीं किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है.
हालांकि भूकंप के झटके के बाद लोग डर और भय से घरों से बाहर निकल गए. इधर भूंकप के झटके महसूस होते ही ऑफिस में काम करने वाले लोग अपने कार्यस्थल से बाहर आ गए. इस वजह से सामाजिक दूरी को नुकसान हुआ.
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