नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले 'बालासाहेबंची शिवसेना' गुट को शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को नागपुर विधानसभा परिसर में शिवसेना के मौजूदा कार्यालय का कब्जा मिल गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उद्धव ठाकरे गुट को आवंटित हुआ दूसरा कार्यालय
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के एक नेता ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट के विधायकों को एक अन्य कार्यालय आवंटित किया गया है. शिवसेना के दोनों खेमों के कार्यकर्ताओं के बीच कार्यालय के आवंटन को लेकर दोपहर के समय वाकयुद्ध हुआ.


संबंधित कार्यालय का शिवसेना तीन दशक से इस्तेमाल करती रही है. एकनाथ शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे के चित्र कार्यालय से हटा दिए तथा वहां शिंदे के राजनीतिक गुरु दिवंगत आनंद दिघे का चित्र लगा दिया. बाद में, मुख्यमंत्री शिंदे कार्यालय पहुंचे. 


इस घटनाक्रम के चलते रो पड़े कुछ कर्मचारी
ठाकरे गुट के एक नेता ने दावा किया कि शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे के कर्मचारियों ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के लिए काम करने वाले मौजूदा कर्मचारियों को संबंधित कार्यालय खाली करने और नए कार्यालय में जाने को कहा. कार्यालय के कुछ कर्मचारी इस घटनाक्रम के चलते रो पड़े.


शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और मुंबई के विधायक रवींद्र वायकर ने कहा, 'इन कर्मचारियों ने पिछले 30 वर्षों से एकनाथ शिंदे सहित शिवसेना के सभी विधायकों का विधायी कार्य किया है.'
(इनपुट: भाषा)


इसे भी पढ़ें- IIT की भर्ती में आरक्षण नीति का हो पालन, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को दिया ये निर्देश



Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.