देश की एक इंच जमीन के लिए भी हमारा नजरिया तंग रहेगा, हम बड़ा दिल नहीं दिखाएंगे: अमित शाह
अमित शाह ने कहा-एक चर्चा चल रही है कि जवाहर लाल नेहरू के कश्मीर को लेकर कंडक्ट पर हमारा नजरिया तंग है. जहां तक तंग नजरिए का सवाल है तो इस देश की एक इंच जमीन के लिए हमारा नजरिया तंग रहेगा, हम बड़ा दिल नहीं दिखा सकते हैं.
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर को लेकर एक अहम विधेयक पर राज्यसभा में जारी चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि देश की जमीन की एक-एक इंच हमारे लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा-एक चर्चा चल रही है कि जवाहर लाल नेहरू के कश्मीर को लेकर कंडक्ट पर हमारा नजरिया तंग है. जहां तक तंग नजरिए का सवाल है तो इस देश की एक इंच जमीन के लिए हमारा नजरिया तंग रहेगा, हम बड़ा दिल नहीं दिखा सकते हैं.
'जमीन की एक इंच के लिए'
अमित शाह ने कहा-किसी को अधिकार नहीं है कि अपने बड़े हृदय को दिखाने के लिए देश का एक बड़ा भूभाग चला जाए और वह मूकदर्शक बनकर खड़ा रहे. किसी को ये अधिकार नहीं है. मैं आज फिर से कहता हूं कि मैं इस आरोप से सहमत हूं. अगर देश की एक इंच जमीन भी जाती है कि अगर एक इंच भी जाती है तो बीजेपी का हर कार्यकर्ता पूरी ताकत से लड़ाई लड़ेगा.
लोकसभा से पारित हो चुके विधेयक
बता दें कि जम्मू कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक 2023 लोकसभा से पारित हो चुके हैं. ये दोनों विधेयक ध्वनिमत से पारित हुए थे. अब इन दोनों पर राज्यसभा में चर्चा हो रही है. इन विधेयकों में कश्मीरी पंडित समुदाय के दो सदस्यों और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से विस्थापितों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक सदस्य को विधान सभा में नामित करने का प्रावधान है.