हिसार: आदमपुर क्षेत्र के एक स्कूल में शिक्षकों पर बच्चियों से छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगा है. ये मामला तब सामने आया, जब स्कूल में महिला बाल संरक्षण अधिकारी की नियुक्ति की हुई. 


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स्कूल में बच्चियों पर होते थे अमानवीय जुल्म
आदमपुर एरिया के एक स्कूल की 40 छात्राओं ने 3 शिक्षकों पर शर्मसार करने वाले आरोप लगाए. बच्चियों ने छेड़छाड और अमानवीय शारीरिक दंड देने के गंभीर आरोप लगाए हैं. पुलिस ने स्कूल के तीन शिक्षकों के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. आरोपियों में प्रदीप, धर्मपाल और विष्णु नाम के शिक्षक शामिल है. 


कुछ इस तरह हुआ खुलासा
इस स्कूल में पिछले 16 साल से कोई महिला अध्यापक नहीं थी. हाल ही में एक महिला अध्यापिका की यहां नियुक्ति हुई थी, उनके आने के बाद ही इस शर्मनाक हादसे का खुलासा हुआ. 


सोमवार को बाल सरंक्षण विभाग की अधिकारी सुनीता यादव इस स्कूल में गुड टच बैड टच की जानकारी देने के लिए पहुंची थी. सुनीता यादव ने जब बच्चों से बातचीत की, तो दिल दहला देने वाली बातें सामने आई. 


बच्चियों ने अधिकारी के सामने बताया​ कि उनके साथ गलत व्यवहार किया जाता है, बिना परमिशन के अतिरिक्त कक्षा लगाई जाती थी. 


बड़ी संख्या में बच्चियां हैं पीड़ित
महिला अधिकारी ने लगभग 40 छात्राओं से बातचीत की. इसमें से 25 बच्चियों के बयान पुलिस को दी शिकायत में उल्लिखित किए गए हैं.  जिसमें उन्होंने शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए. 


जांच में ये भी सामने आया कि जिस एरिया में सीसीटीवी कैमरे की पहुंच नहीं थी, उस एरिया में बच्च्यिों के साथ आरोपी शिक्षक गलत हरकतें करते थे. 


स्कूल और पीड़ितों के बारे में नहीं किया जा सकता खुलासा
ज़ी मीडिया के पास इस मामले की विस्तार से जानकारी है. लेकिन बाल संरक्षण कानून के तहत स्कूल और पीड़ितों के बारे में ज्यादा जानकारियां सार्वजनिक नहीं की जा सकती हैं. 


इस पूरे मामले में 2 शिक्षक पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं. शिक्षा विभाग की तरफ से भी स्कूल में कार्रवाई करते हुए कंप्यूटर लैब पर ताला जड़ दिया गया है. 


आगे के लिए बरती जा रही है एहतियात
अधिकारियों का कहना है कि बाकी स्कूलों को लेकर विशेष अभियान चलाए जाने की योजना बनाई जा रही है, जिससे कि इस प्रकार का उत्पीड़न और कहीं ना हो. पुलिस अभी इस पूरे मामले की हर एंगल से जांच कर रही है.