नई दिल्ली: अभी तक भारत में कोरोना पाजिटिव मरीजों का आंकड़ा 850 को पार कर चुका है. कोरोना के प्रसार की तेजी में कमी तो दिखाई दे रही है. लेकिन देश के कुछ हिस्सों में स्थितियां नियंत्रण के बाहर हो रही हैं. इसके लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने तैयारी शुरु कर दी है.   


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कोरोना से लड़ने के लिए एम्स को किया जा रहा है तैयार
स्वास्थ्य विभाग की कोशिश है कि एम्स की मदद से देश भर के डॉक्टरों को ट्रेंड किया जा सके, ताकि वो कोविड-19 के मरीजों का बेहतर इलाज कर सकें.एम्स में नेशनल कंसल्टिंग सेंटर भी खोला जाएगा.



बेसहारा मजदूरों की चिंता


लॉकडाउन के चलते जो फैक्ट्रियां बंद हुई हैं. उनके मजदूरों का घर लौटना जारी है. ये लोग साधन नहीं मिलने के कारण पैदल ही चले जा रहे हैं.


स्वास्थ्य और गृहमंत्रालय ने राज्यों से अपील की है कि ऐसे लोगों को वहीं पर रिलीफ कैंप बना कर रखें. उनके रहने और खाने पीने का प्रबंध करें और इसकी जानकारी जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाएँ. ये भी कहा गया है कि राज्य सरकार स्वयंसेवी संस्थाओं से भी इस काम में मदद लें.


प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने कसी कमर
 केंद्र ने राज्यों से इसके लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड के लिए आवंटित की गई रकम का इस्तेमाल करने को कहा है. गृहमंत्री ने 8 राज्यों को NDRF के तहत 5 हजार 751 करोड़ का अतिरिक्त फंड मंजूर किया गया है. 


प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि कोविड -19 से देश की लड़ाई में हर वर्ग के लोग सहयोग की इच्छा जता रहे हैं. लोगों की भावना को देखते हुए PRIME MINISTER’S CITIZEN ASSISTANCE AND RELIEF IN EMERGENCY SITUATION FUND की स्थापना की गई है. जिससे भारत को स्वस्थ्य और मजबूत बनाने में लंबे समंय तक मदद मिलेगी.



केंद्र सरकार के प्रयासों के तहत केंद्रीय विद्यालय संगठन ने भी अपने विदयालयो को आइसोलेशन सेंटर बनाने की मंजूरी दे दी है.