नई दिल्लीः नए संसद भवन को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष दोनों एक-दूसरे पर लगातार हमलावर हैं. इसी बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन किए जाने पर आपत्ति जताने के लिए कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर जोरदार निशाना साधा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'अपने ही नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रहा है बहिष्कार गिरोह'
हरदीप सिंह पुरी ने प्रधानमंत्री मोदी के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन करने का विरोध करने वाले विपक्षी पार्टियों को बहिष्कार गिरोह का नाम दिया है और उनका कहना है कि ऐसा कर ये बहिष्कार गिरोह अपने ही नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत का अपमान कर रहे हैं. इसके लिए हरदीप पुरी ने अपने ट्वीट में टाइम पत्रिका में 1947 में प्रकाशित एक पुराने लेख का हवाला दिया है. 


'हिंदू रीति-रिवाजों के साथ PM नेहरू ने लिया था सेंगोल'
इस लेख का हवाला देते हुए पुरी ने कहा, 'इस लेख में स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर हिंदू रीति-रिवाजों और परंपराओं का स्पष्ट रूप से वर्णन किया गया है. वे अब जिस सेंगोल का अपमान कर रहे हैं, वह तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू द्वारा हिंदू रीति-रिवाजों के साथ प्राप्त किया गया था. अब पाखंड पूरी तरह से प्रदर्शित हो रहा है. इसे अलग-अलग रंगों में रंगने की कोशिश की जा रही है. इसके पीछे की मंशा सामने आ रही है, मगरमच्छ के आंसू बह रहे हैं.' 


'विशेष विमान से दिल्ली लाया गया सेंगोल'
एक अन्य ट्वीट में मंत्री ने कहा कि उस महत्वपूर्ण दिन पर हवन किया गया, रेशम और सोने से बने पिताम्बरम को आदिनम (महंत) के प्रतिनिधि द्वारा प्रधानमंत्री (नेहरू) के चारों ओर लपेटा गया. सेंगोल को एक विशेष विमान से दिल्ली लाया गया. नटराज मंदिर में उस सुबह पूजा की गई थी और प्रसाद के रूप में वहां से पायसम लाया गया था. 


'आलोचकों को आईना दिखाता है यह लेख'
पुरी ने आगे कहा कि यह लेख आलोचकों को आईना दिखाता है और बहिष्कार गिरोह वास्तव में अपने ही नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत का अपमान कर रहा है. 


'20 विपक्षी दलों ने कार्यक्रम का किया बहिष्कार'
बता दें कि नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह रविवार की सुबह हवन और सर्वधर्म प्रार्थना सभा के साथ शुरू होगा. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा कक्ष में औपचारिक उद्घाटन करेंगे. इस उद्घाटन समारोह में 25 दलों के शामिल होने की उम्मीद है, जबकि 20 विपक्षी दलों ने कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है. 


'राष्ट्रपति को उनके अधिकार से किया गया वंचित' 
विपक्ष ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर अपना हमला तेज कर दिया है. कांग्रेस ने कहा है कि एक आदमी के अहंकार और स्व-प्रचार की इच्छा ने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को परिसर का उद्घाटन करने के लिए उनके संवैधानिक विशेषाधिकार से वंचित कर दिया है. 


'मोदी की वजह से हो रहा विरोध' 
वहीं, पलटवार में भाजपा ने आरोप लगाया है कि विपक्षी दलों ने उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला सिर्फ इसलिए किया है, क्योंकि यह प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर बनाया गया है. भाजपा ने विपक्षी दलों से भी अपील की कि वे बड़ा दिल दिखाकर इसके उद्घाटन के ऐतिहासिक दिन में शामिल हों.


ये भी पढ़ेंः क्या पाकिस्तान छोड़ भाग जाएंगे इमरान खान? खुद देनी पड़ी ये दलील


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.