कितना खतरनाक है कोरोना का `डेल्टा प्लस` वेरिएंट? पूरी दुनिया को फिर सता रहा है खौफ
डेल्टा प्लस के खतरे के बीच दुनियाभर में एक बार फिर कोरोना से खौफ का मंजर पसरने रहा है. इजरायल जैसा देश जो कोरोना से मुक्ति पाकर मास्क को बाय-बाय कह चुका था, वहां फिर से कोरोना की अगली लहर के बीच लोग मास्क लगाने को मजबूर हो गए. कैसे ऑस्ट्रेलिया फिर से लॉक हो गया. पढ़िए खास रिपोर्ट
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट ने दुनियाभर में एक बार फिर खौफ का मंजर पनपा रखा है. कई देशों में इसे लेकर काफी चिंता है. इन देशों में नई-नई पाबंदियां भी लगाई जा रही है. इनमें इजरायल, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और रूस जैसे देश शामिल हैं.
भारत में अब भी लापरवाही की हद पार
पूरी दुनिया जहां तीसरी लहर और डेल्टा वेरिएंट के चलते पाबंदियां लगा रहा है, तो वहीं भारत में धीरे-धीरे शहरों को अनलॉक किया जाने लगा है. राजधानी दिल्ली में तो सोमवार से जिम, योगा सेंटर और बैंक्वेट हॉल सशर्त खोले जाने लगे हैं. हरियाणा, राजस्थान कई राज्यों में अनलॉक प्रक्रिया जारी है.
ऐसे में भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने के संकेत बढ़ सकते हैं. पहले ही विशेषज्ञों ने मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने की सलाह देते हुए चेतावनी दे रखी है. इस बार जरा सी भी लापरवाही बड़ी मुसीबत की वजह बन सकती है. इसी को देखते हुए दुनिया के कई देशों ने पाबंदियां बढ़ा दी है.
इजरायल के लोग मास्क लगाकर निकलने को मजबूर
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मास्क ना लगाने का नतीजा कितना खतरनाक हो सकता है, ये कोई इजरायल से सीखे. अप्रैल के महीने में कोरोना से मुक्ति की घोषणा के बीच लोगों ने मास्क को बाय-बाय कह दिया था और अब जून में जब लोग तेल अवीव की सड़कों पर एक बार फिर से मास्क लगाकर निकलने को मजबूर हो गए.
दरअसल 18 अप्रैल को इजरायल की सरकार ने आबादी के बड़े हिस्से को वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद मास्क लगाने की अनिवार्यर्ता को खत्म कर दिया था, इसका जश्न भी मनाया गया था.
लेकिन अगले दस दिन में ही यहां संक्रमण तेजी से बढ़ा, पिछले 5 दिन में ही इजरायल में कोरोना के 70 प्रतिशत नये केस आए. यहां के दो स्कूलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के भी 138 मामले मिले. जिससे घबराई सरकार ने इजरायल में फिर से नियम कड़े कर दिए और सार्वजनिक जगहों पर अगले दस दिन तक मास्क को लगाना जरूरी कर दिया.
इजरायल में डेल्टा प्लस की दहशत
इजरायल के स्थानीय नागरिक का कहना है कि ये काफी डरावना है. क्योंकि ऐसा लगता है कि कि यहां अधिकांश टीकाकरण पहले ही समाप्त हो चुके हैं. और इज़रायल में ऐसा लग रहा था कि कोरोना खत्म हो चुका है, लेकिन ऐसा नहीं है. तो सवाल ये है कि क्या ये कभी खत्म होगा? तो मैं इसके बारे में निश्चित नहीं हूं. ये थोड़ा डरावना है.
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में लॉकडाउन
डेल्टा वेरिएंट का खतरा सिर्फ इजरायल में ही नहीं बढ़ा, बल्कि इसकी दहशत ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई दी. ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी में 120 से अधिक नए मामले सामने आए, जिसके बाद सिडनी में अगले दो हफ्ते के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया, हालांकि यहां पर लोग ट्रेसिंग ट्रैकिंग और टेस्टिंग के बीच इस बार के लॉकडाउन से बेपरवाह दिखे और बीच पर, सड़कों पर बिना मास्क लगाए नजर आए.
वहीं कोरोना के इस नए खतरे को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के चार राज्यों ने अपने बॉर्डर सील कर पाबंदियां लगानी शुरू कर दी. सिडनी और डार्विन शहर में लॉकडाउन लगा दिया गया है.
रूस में फिर से हुआ कोरोना वायरस की वापसी
रूस के जो हालात हैं, वो वाकई चिंता का विषय है. यहां संक्रमण के मामलों में तेजी आने के साथ-साथ मौत की तादाद में भी जबरदस्त इजाफा हो रहा है. 20 जून से 26 जून तक कोरोना से 3800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इस दौरान करीब 1.32 लाख नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं.
ऐसे हालात को देखते हुए मॉस्को समेत कुछ इलाको में पाबंदियां लगाई जा रही हैं. साथ ही लोगों पर वैक्सीन लगवाने के प्रेशर भी बनाया जा रहा है.
बांग्लादेश में कोरोना के नया कहर, बंद हुए मार्केट
पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी कोरोना का तांडव चरम पर है. आंकड़ों पर गौर करें तो कोरोना संक्रमण की वजह से रोजाना 100 से अधिक लोगों की मौत हो रही है.
बढ़ते मामलों और कहर को देखते हुए बांग्लादेश में सोमवार से तीन दिन के लॉकडाउन लगा दिया गया है. इस लॉकडाउन में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद रखने का आदेश दिया गया है. और सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में कर्मचारियों की सीमित संख्या रखने की मंजूरी दी गई है. मॉल और मार्केट बंद हैं. इसके अलावा खाने-पीने के जरूरी सामान के लिए सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक ही दुकानें खोलने की अनुमति है.
दिल्ली में लापरवाही 'अनलॉक'! मास्क पर अजब-गजब बहाने
देश की राजधानी दिल्ली का हाल बेहद बुरा है. दिल्ली में लोग सोमवार से होने वाले अनलॉक 5 की प्रक्रिया के बीच लापरवाह दिखे. आनंद विहार बस अड्डे पर ऐसे कई लोग दिखे, जिन्होंने मास्क लगाना जरूरी नहीं समझा.
इन लोगों को कौन समझाए कि इजरायल में भी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी, लेकिन कोरोना तो रूप बदलता है और अब डेल्टा प्लस की दहशत भी है. जिससे ICMR के पूर्व वैज्ञानिक गंगाखेडकर ने सावधान रहने की चेतावनी दी है.
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भारत के लोग ना तो इजरायल, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों से कोई सीख लेने की जरूरत समझ रहे हैं. ना ही लोग वैज्ञानिकों की सलाह मानने को तैयार हैं. ऐसे में देश में तीसरी लहर आने की आशंका और ज्यादा बढ़ गई है.
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