ऐसे कैसे बनेगा विपक्षी गठबंधन, बंगाल CPM के नेता बोले- ममता के खिलाफ तेज होगी लड़ाई
सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था, क्योंकि समाजवादी पार्टी और बीजू जनता दल जैसे दलों के साथ तीसरा मोर्चा बनाने के उनके पुराने प्रयास सफल नहीं हुए थे.
कोलकाता. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) की पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव मोहम्मद सलीम ने मंगलवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने से बंगाल की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा और राज्य में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई और तेज की जाएगी.
उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था, क्योंकि समाजवादी पार्टी और बीजू जनता दल जैसे दलों के साथ तीसरा मोर्चा बनाने के उनके पुराने प्रयास सफल नहीं हुए थे.
बंगाल में टीएमसी से नहीं होगा कोई गठबंधन
सीपीएम नेता ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं है और न ही होगा.’ उन्होंने कहा, ‘तृणमूल के खिलाफ लड़ाई और जोरदार तरीके से जारी रहेगी.’ बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक में ममता बनर्जी और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी समेत 26 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया.
ममता बनर्जी पर क्या बोले सलीम
सीपीएम के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा और कांग्रेस ने हिंसा प्रभावित पंचायत चुनावों में बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जहां विपक्ष और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए थे. सलीम ने कहा, ‘ममता बनर्जी ईडी, सीबीआई और भ्रष्टाचार के मामलों की वजह से भाजपा से मुकाबला नहीं कर पा रही हैं.’
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