नई दिल्लीः नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि कश्मीर में जी-20 कार्यक्रम आयोजित करने से घाटी में पर्यटन को तब तक लाभ नहीं होगा जब तक भारत और पाकिस्तान केंद्र शासित प्रदेश के ‘‘भविष्य’’ को बातचीत के जरिए नहीं सुलझाते. उन्होंने कहा कि निर्वाचित सरकार नहीं होने के कारण जम्मू-कश्मीर को भारी नुकसान हो रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानिए क्या बोले फारूक
अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, ''सवाल यह है कि क्या इन देशों से आने वाले पर्यटन के मामले में हमें फायदा होगा? ऐसा तब तक नहीं हो सकता जब तक यहां के हालात नहीं सुधरते और हालात तब तक नहीं सुधरेंगे जब तक कि दोनों देश कश्मीर के भविष्य को लेकर बातचीत नहीं करते." जम्मू-कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार की कमी पर अब्दुल्ला ने कहा, "लोकतांत्रिक व्यवस्था तब होती है जब एक निर्वाचित सरकार हो. 


केवल एक राज्यपाल और उनके सलाहकार पूरे राज्य को नहीं संभाल सकते. लोकतंत्र में एक विधायक होता है, जो अपने संबंधित क्षेत्रों की देखरेख करते हैं क्योंकि यह उनका कर्तव्य है. अफसरशाही को इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि वे 60 साल की उम्र तक सेवानिवृत नहीं होते, जबकि एक विधायक को हर पांच साल में जनता के पास वापस जाना होता है, अगर वे काम नहीं करेंगे तो उन्हें वोट नहीं मिलेंगे. 


इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि यहां चुनाव होने चाहिए." श्रीनगर से लोकसभा सदस्य अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी समय चुनाव के लिए तैयार है. ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे पर उन्होंने कहा कि यह दुनिया की बड़ी आपदाओं में से एक है और इस हादसे की विस्तृत जांच होनी चाहिए.


 Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.