नई दिल्लीः भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को आतंकवाद से निपटने के लिए एक ‘एकसमान और ठोस’ दृष्टिकोण की वकालत की और राष्ट्रों से इस खतरे से निपटने के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठने का आग्रह किया. 


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'आतंकवाद के खतरे की तीव्रता बढ़ी है'
आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ आयोजित ‘नो मनी फॉर टेरर’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि हाल के वर्षों में आतंकवाद से उत्पन्न खतरे के स्तर और तीव्रता में वृद्धि हुई है, क्योंकि कुछ राष्ट्रों की आतंकवाद का अपनी राज्य नीति के साधन तौर पर इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति बनी हुई है. 


'आतंक को सही नहीं ठहराया जा सकता'
दो दिवसीय मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में अपने संबोधन की झलक को साझा करते हुए जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘आतंक, आतंक है और इसे कभी सही नहीं ठहराया जा सकता. दुनिया को इस संकट से निपटने के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठने की जरूरत है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई हर मोर्चे पर, हर स्थिति में और हर जगह डटकर लड़ी जानी चाहिए.’


'न्याय सुनिश्चित करने के प्रयास में कमी नहीं छोड़ेंगे'
उन्होंने कहा, ‘जब आतंकवाद की बात आती है, तो हम कभी पीछे मुड़कर नहीं देखेंगे, हम कभी समझौता नहीं करेंगे और न्याय सुनिश्चित करने के अपने प्रयास में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे.’


आतंकवाद के खिलाफ मुखर रहते हैं जयशंकर
बता दें कि भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर आतंकवाद के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं. वह विभिन्न मंचों से आतंकवाद के खात्मे और इसका पोषण करने वाले देशों और समूहों को अलग-थलग करने की बात कई बार कर चुके हैं. 


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