Indo China: युद्ध की आहट के बीच रक्षामंत्री राजनाथ की उच्च स्तरीय बैठक शुरू
भारत और चीन(India and China) युद्ध की कगार पर खड़े हैं. दोनों ही देशों के बीच कभी भी जंग छिड़ सकती है. जिसे देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Defence minister rajnath singh) एक अहम बैठक कर रहे हैं. इसमें कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है.
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है. दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन चुके हैं. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस समय तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक कर रहे हैं. बैठक में NSA अजीत डोवल और CDS बिपिन रावत भी मौजूद हैं. इस बैठक में चीन को सबक सिखाने के लिए बहुत बड़ा निर्णय लिया जा सकता है. LAC पर जैसे हालात बने हुए हैं, उससे यही लगता है कि चीन के गुरुर को चकनाचूर किये बिना शांति स्थापित नहीं हो सकती है.
CDS और NSA सहित तीनो सेनाध्यक्ष मौजूद
चीन के साथ लद्दाख में चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज अहम बैठक कर रहे हैं. रक्षा मंत्रालय में सुबह 11 बजे बैठक शुरू हुई. इसमें एनएसए अजित डोवल, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिलहैं. इस बैठक में चीन से बढ़ते तनाव और उसके समाधान पर चर्चा चल रही है.
भारत की रक्षा तैयारियों पर नजर
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में सीमा पर भारतीय रक्षा तैयारियों पर चर्चा होगी. साथ ही लद्दाख में पल पल बदल रहे हालातों पर तीनों सेना प्रमुखों से उनका दृष्टिकोण भी जाना जाएगा. बैठक में चीन की ओर से उठाए जाने वाले संभावित सैन्य कदमों पर विचार किया जाएगा और उसका जवाब देने के लिए भारतीय रक्षा रणनीति की योजना तैयार की जाएगी.
जंग की तैयारी में जुटा है चीन
भारत और चीन के बीच सीमा पर हालात इसलिए भी बिगड़ रहे हैं. क्यंकि कई दौर की सैन्य-कूटनीतिक वार्ताओं के बावजूद अब तक चीन ने पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दिया है. उसने लद्दाख में 50 हजार सैनिक तैनात करने के साथ ही करीब 150 फाइटर जेट भारत के खिलाफ तैनात कर रखे हैं. इसके साथ वह तिब्बत और दूसरे इलाकों में लगातार सैन्य अभ्यास कर भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.
सीमा पर भारतीय सेना की पोजिशन अच्छी
चीन की इन चालों के जवाब में भारत ने भी अपनी पूरी तैयारियां कर रखी है. लद्दाख में ब्लैक टॉप, हेलमेट टॉप समेत सामरिक महत्व की 30 ऊंची चोटियों पर भारत के जवान काबिज हैं. साथ ही फिंगर 4 के पास भी भारतीय जवानों ने ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया है. इन तैयारियों के चलते चीन की अधिकतर पोस्ट अब भारतीय जवानों की सीधी फायरिंग रेंज में आ गई हैं. ऐसे में चीन ने यदि युद्ध छेड़ने की हिमाकत की तो उसे भारी नुकसान होना तय है. लेकिन इन हालातों में चीन कोई बड़ा दुस्साहस कर सकता है जिससे निपटने की तैयारी की जा रही है.
सर्दियों से पहले भारतीय सेना होगी चौकस
सर्दी का मौसम दस्तक देने ही वाला है. इन परिस्थितियों में ऊंचे हिमालयी इलाकों में तैनात जवानों तक हथियार और रसद-आपूर्ति लगातार बनाए रखना कठिन हो जाएगा. आज होने वाली बैठक में इसपर भी चर्चा की जाएगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज की बैठक में लद्दाख समेत पूरी एलएसी(LAC) पर रक्षा तैयारियों की समीक्षा करेंगे. मीटिंग में चीन की अगली चाल और भारत के जवाबी वार के बारे में निर्णय लिया जाएगा. बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल, सीडीएस जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह और एयर चीफ आरकेएस भदोरिया शामिल होंगे.
ऐसी खबर आ रही है कि चीन की जनता अपनी सरकार पर दबाव डाल रही है कि वह भारत पर हमला करे. चीन के सोशल मीडिया एकाउंट्स ऐसी ही पोस्ट्स से भरे पडे हैं. जिसे देखते हुए भारत को बेहद सतर्क रहने की जरुरत है.