दिल्ली: NRC को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. इसे लेकर कई राजनीतिक पार्टियां अब मुखर रूप से अपनी बात रख रही हैं. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि उनकी सरकार NRC का विरोध करती है और इसे राज्य में लागू नहीं करेगी. कडप्पा में विकास कार्यों का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार एनआरसी के खिलाफ है. 


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प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद किया फैसला


बता दें कि जगन रेड्डी ने कुछ समय पहले ही एनआरसी को लेकर प्रशांत किशोर से मुलाकात की. प्रशांत किशोर से बात के बाद ही उन्होंने इसके खिलाफ जाने का फैसला किया है. जगन ने अल्पसंख्यकों को कहा कि हम एनआरसी के खिलाफ हैं और इसको समर्थन करने का सवाल ही नहीं है.


CAA पर देशभर में प्रदर्शन जारी


नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. संसद में नीतीश कुमार की पार्टी जनता जल यूनाइटेड ने इस बिल का समर्थन किया था, हालांकि JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर इसका विरोध करते आए हैं. नीतीश कुमार ने भी कहा कि वो एनआरसी पर अभी विचार कर रहे हैं. बिहार में इसे लागू नहीं किया जायेगा.


डिप्टी सीएम अमजद पाशा ने जगन से NRC पर की बात



आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम अमजद पाशा ने मुसलमानों को आश्वासन देते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में एनआरसी को लागू नहीं करेगी. पाशा ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से मुलाकात की है. 


ओडिशा में पटनायक ने भी बदले सुर



मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ऐलान किया है कि ओडिशा में एनआरसी को लागू नहीं करेंगे. जबकि, नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) ने नागरिकता संशोधन कानून का लोकसभा और राज्यसभा में समर्थन किया था और बिल के पक्ष में वोटिंग भी किया था, लेकिन अब देश में लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के चलते सुर बदल गए हैं.


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